ग्राम समाचार दुमका । शिकारीपाड़ा प्रखंड के गंधरक पुर पंचायत अंतर्गत बेचीरागी मौजा धनुवाड़ीह के लगभग 8 बीघा गोचर भूमि में एक दबंग व्यक्ति द्वारा कब्जा कर खेती किया जा रहा है। जिससे पशुओं के चरने की जगह समाप्त हो गई है । बेचीरागी मौजा होने के कारण गोचर भूमि की सारी जिम्मेदारी राजस्व कर्मचारी अंचल निरीक्षक एवं अंचल अधिकारी की बनती है । लेकिन यह सभी पदाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं । इसकी सूचना निरीक्षक तथा अंचल अधिकारी शिकारीपाड़ा को है जिस पर उन्होंने गोचर भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने की बात कही गई है लेकिन कही हुई बात वही सिमट कर रह गई है,आज भी उस गोचर भूमि पर पशुओं का अधिकार नहीं बल्कि एक दबंग व्यक्ति का अधिकार बना हुआ है जिस पर मकई की फसल लहलहा रही है । इस संबंध में अंचलाधिकारी शिकारीपाड़ा अमृता कुमारी का ध्यान गोचर भूमि का अतिक्रमण कर उस पर खेती करने के संबंध में किए गए आश्वासन की ओर आकृष्ट करने पर उन्होंने चुप्पी साध ली इतना ही नहीं शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत पूर्वी भाग में जहां पत्थर माफिया गोचर भूमि में पत्थर का अवैध उत्खनन कर रहे हैं वहीं पश्चिमी क्षेत्र में दबंग व्यक्ति द्वारा गोचर भूमि में खेती किया जा रहा है। जबकि गोचर भूमि का स्वरूप किसी भी परिस्थिति में नहीं बदलना का है। तरफ राजस्व विभाग द्वारा चुप्पी साधना पत्थर माफिया एवं दबंग व्यक्तियों का मौन समर्थन करना प्रतीत होता है ।
सियाराम शरण सिंह ,ग्राम समाचार,शिकारीपाड़ा (दुमका)
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