ग्राम समाचार, भागलपुर। भगवान को ज्ञान तपस्या समाधि से नहीं बल्कि सच्चा प्यार से पाया जा सकता है। गोपियों के पास प्यार स्नेह के अलावे और कुछ नहीं था जबकि धन संपत्ति ऐश्वर्य वाले लोगों की इस भूमि पर कमी नहीं। यह बातें उत्कर्ष फाउंडेशन स्कूल प्रांगण जिछो में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ के पांचवे दिवस पर नलखेड़ा से आई संत सुश्री वर्षा नागर ने कही। उन्होंने कहा कि कलयुग में भगवान सिर्फ अपने सच्चे प्रेमियों को दर्शन देते हैं इसलिए भौतिकवादी दुनिया से समय निकालकर हमें भगवान का स्मरण जरूर करनी चाहिए। वहीं उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला पर चर्चा की और मायावी पूतना द्वारा भगवान कृष्ण की साजिश के तहत मारने की इरादे के बारे में बताया और पूतना वध पर चर्चा की। साथ ही साथ आज कालिया नाग मर्दन, गोवर्धन पर्वत की लीला एवं भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप व शंकर का मिलन पर भी उन्होंने कथा कहीं। इस दौरान मीठे रस से भरो रे राधा रानी लागे.., नगर में जोगी आया...., कान्हा की दीवानी बन जाऊंगी ...आदि भजनों से कलाकारों ने अपने भजन से लोगों का मन मोह लिया। वहीं भाजपा नेता दीपक सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भागवत कथा सिर्फ वर्तमान पीढ़ी के लिए नहीं बल्कि हमारे पूर्वजों व आने वाली पीढ़ी के लिए भी उपयोगी होता है। इसलिए हम यदि भागवत कथा का आयोजन करते हैं तो हमारे पूर्वजों सहित समाज के लोगों को लाभ मिलता है। तत्पश्चात भगवान श्री कृष्ण के बाल लीला में मटकी फोड़ और माखन चोरी का भी नाटक मंचन किया गया। इस दौरान भक्तों में काफी उत्साह थी और वह झूम रहे थे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व जिप अध्यक्ष विनीता सिंह, मुख्य यज़मान मनजीत सिंह, लक्ष्मी सिंह, पंकज सिन्हा, शांभवी कुमारी, रोशन सिंह, उमाशंकर, विजय कुशवाहा, असेसर मंडल सहित कई लोगों ने कार्यक्रम की सफलता में मुख्य भूमिका निभाई। इस दौरान सैकड़ों की तादाद में श्रोता देर रात्रि तक प्रवचन भजन और नाटक मंचन का आनंद लेते रहे और नाचते झूमते रहे। तत्पश्चात भगवान की पावन आरती की गई वह लोगों के बीच प्रसाद आदि वितरण किया गया।
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Bhagalpur News:ज्ञान तपस्या समाधि से नहीं बल्कि सच्चे प्यार से मिलते हैं ईश्वर - संत सुश्री वर्षा नागर
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