ग्राम समाचार, भागलपुर । मानव अधिकार संगठन द्वारा आहुत वैचारिक विमर्श महोत्सव के तहत "हमारी समस्या दूँढते समाधान" कार्यक्रम का आयोजन संगठन के घंटाघर स्थित सभागार में शनिवार को हुआ। जिसमें संगठन के महासचिव सह सूचनाधिकार कार्यकर्ता अजीत कुमार सिंह ने कहा कि समस्याएँ और समाधान पर कथाएँ लिखने और बाचने से समाधान नहीं होने वाला है, समस्या भी हम हैं और समाधान भी हम हैं। यह सोच हमें बनाना होगा साधन समस्या नहीं है। परिस्थितियाँ खुद व खुद बदलती है। हमें तो मनः स्थिति बदलना होगा। किसी भी समस्या को अपने स्तर से जोर-शोर से उठाना होगा इसके लिए मानसिक व्यवस्था में हमें सुधार लाना है और हर समस्या को कागज और कलम के माध्यम से संबंधित पदाधिकारियों तक पहुँचाने की जिम्मेवारी लेना है। डॉ० आलोक भास्कर ने कहा कि समस्या की पहचान और एहसास होना जरूरी है। अगर घर में नल खराब है तो घर नहीं बदला जा सकता सिर्फ नल बदलना चाहिए। राजेश जैन ने अतिक्रमण की समस्या के कारण उत्पन्न जाम की समस्या से निजात हेतु जन जागरूकता अभियान चलाने पर बल देते हुए कहा कि लोग को वन लेन ड्राईव करने की सीख देनी चाहिए, जिसके लिए संगठन पहल कर सकती है। अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए एक प्रेशर ग्रूप शहर में बने इसके लिए भी संगठन प्रयास करे। विजय कुमार सिन्हा ने नगर निगम के कृत्यों से अवगत कराते हुए कहा कि यहाँ कम्बल का वितरण तब किया गया जब जाड़े का सीजन समाप्त हो गया, पेय जल की समस्या पर जोर-शोर से अभियान तब चलेगा जब समस्या उत्पन्न हो जायेगी। अभियान का फलाफल प्राप्त भी नहीं होगा तबतक बरसात का समय खुद व खुद उक्त समस्या से निजात दिला देगी। इसके पीछे की सोच को हमें समझना होगा, समय रहते इस ओर ध्यान नही दिया जा रहा है। इस संबंध में भी पहल होना चाहिए। मो0 सरफरोश ने पेन इंडिया के समय काटे गए रोड की समस्या को उठाया। वहीं मो0 फिरदोस आलम ने हैन्डलूम एवं पावर लूम की समस्या को उठाया, शशि रंजन कुमार ने शहर में बढ़ रही चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु कई सुझाव दिए हैं। इसके अलावा प्यारे हिन्द, अमित सिंह, विजय कुमार सिन्हा, आसुतोष शंकर सिंह, हिमांशु कुमार ने भी अपने वार्ड समस्या से अवगत कराया।
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Bhagalpur News:वैचारिक विमर्श महोत्सव के तहत "हमारी समस्या दूँढते समाधान" कार्यक्रम का आयोजन, समस्या भी हम हैं और समाधान भी हम हैं – अजीत सिंह
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