रेवाड़ी, 14 मई। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आइसोलेशन सैंटर स्थापित किए जा रहे हैं। जिला के 35 गांवों में आइसोलेशन सैंटर बनकर तैयार हो गए हैं।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बताया कि 35 गांवों के अलावा 18 गांवों में आइसोलेशन सैंटर और बनाए जाएंगे। इसके लिए पंचायत विभाग को निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिस गांव में 10 से अधिक कोरोना मरीज पाए जाएंगे उस गांव में आइसोलेशन सैंटर बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सर्वे के मुताबिक वर्तमान में रेवाड़ी जिला के 35 गांव हॉटस्पॉट गांवों में आते हैं। इसलिए इन गांवों में सबसे पहले आइसोलेशन सैंटर स्थापित किए गए हैं।
इन गांवों में बनाए गए आइसोलेशन सैंटर
जिला के गांव जुड्डी, निमोठ, नाहड़, कंवाली, सीहा, डहीना, औलांत, बालावास अहीर, खरखड़ा, गुरावड़ा, कारौली, आसियाकी गौरावास, नंदरामपुरबास, रायपुर, जड़थल, जौनावास, मैलावास, मुमताजपुर, सहादतनगर, बोलनी, गुडियानी, कोसली, जैनाबाद, लिलोढ़, गोकलगढ़, जाटूसाना, भाड़ावास, लुहाना, बव्वा, भाकली, कतोपुरी, झाल, गिंदोखर व टींट में आइसोलेशन सैंटर बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि इन आईसोलेशन सैंटरों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, दवाईयां, स्टीमर आदि की व्यवस्था की गई है। पंचायत विभाग की ओर से इन सैंटरों पर सफाई व्यवस्था की गई है। सभी आइसोलेशन सैंटरों पर 5-5 व्यक्तियों की डयूटी लगा दी गई है। इन सैंटरों का लाभ उन लोगों को विशेष रूप से मिलेगा जिनके पास घर में आइसोलेट होने की जगह की कमी है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को गांवों में फैलने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है ताकि ग्रामीण अपने घर के पास आइसोलेट रहकर अपने आप को स्वस्थ कर सकें।
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