फाइल फोटो: सूर्य सिंह बेसरा |
झामुमो और भाजपा के बीच जेपीपी तीसरा विकल्प होगा
संताली भाषा,स्थानीय नीति और झारखंड आन्दोलनकारियों का मुख्य चुनावी मुद्दे होगें
ग्राम समाचार, दुमका। झारखंड पीपुल्स् पार्टी ( जेपीपी) केन्द्रीय कमिटी के महासचिव प्रेम चाँद किस्कू ने वाटस्एप के जरिए एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि दुमका विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से उपचुनाव मे " ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन "( आजसू) के संस्थापक सह झारखंड पीपुल्स् पार्टी (जेपीपी) पूर्व विधायक श्री सूर्य सिंह बेसरा पार्टी की उम्मीदवार होंगे। यह घोषणा सोमवार को जेपीपी के केंद्रीय महासचिव प्रेम चाँद किस्कू ने दुमका से किया। श्री किस्कू ने कहा दुमका उपचुनाव के लिए एक मात्र विकल्प ही नहीं, बल्कि झारखंडी जनाकांक्षाओं की अनुरूप योग्य उम्मीदवार के रूप मे खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा है कि आजसू के संस्थापक सूर्य सिंह बेसरा झारखंड के एक ऐसे इतिहास पुरूष है जिन्होंने झारखंड अलग राज्य की मांग पर अविभाजित बिहार विधान सभा से इस्तीफा दिया था। श्री बेसरा को झारखंड का सुभाष कहा जाता है, जिन्होंने " आजसू को गरम दल " बना कर गोरखालैंड और बोडोलैंड के तर्ज पर उग्र आन्दोलन का नेतृत्व प्रदान किया और तो और 1989 मे 72 घंटे का विस्फोट झारखंड बंद आहूत करके 50 पुरानी झारखंड आन्दोलन की दशा और दिशा ही बदल दिया, सिर्फ यही नहीं इतिहास मे पहलीबार तत्कालीन भारत सरकार को " झारखंड वार्ता " के लिए बाध्य कर दिया। इस प्रकार सूर्य सिंह बेसरा " फाइटर और राइटर " भी है। श्री बेसरा विश्व कवि रबीन्द्रनाथ ठाकुर द्वारा रचित " गीतांजलि और डॉ हरिवंश राय बच्चन की " मधुशाला " की संताली मे अनुवाद कर " साहित्य अकादेमी " से भी पुरस्कृत किया जा चुका है। वर्तमान मे श्री बेसरा घाटशिला मे " संताल विश्व विद्यालय " स्थापित कर आदिवासी बच्चों को केजी से पीजी तक आवासीय मुफ्त शिक्षा प्रदान कर रहे है। "नेता और नेतृत्व मे बेसरा ही विकल्प है; 1932 का खतियान- मूलवासी की पहचान का संकल्प है "
ग्राम समाचार के लिये गौतम चटर्जी, रानीश्वर दुमका ।
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