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खराब चापाकल की मरम्मती की मांग करते धकड़जोड़ा के ग्रामीण |
ग्राम समाचार, दुमका। मसलिया प्रखंड के सुग्गापहाड़ी पंचायत अंतर्गत ढोकड़जोड़ा गांव के लोग इन दिनों भीषण पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। गांव के मुख्य चापाकल के बंद हो जाने से लगभग 50 परिवारों की दो सौ से अधिक आबादी को पीने के पानी के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव के सुनील सोरेन के घर के सामने स्थित एकमात्र चापाकल पिछले कई दिनों से खराब पड़ा है, जिससे ग्रामीणों की समस्याएं और भी बढ़ गई हैं।पेयजल की इस किल्लत से गांव की महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं। उन्हें रोजाना एक किलोमीटर दूर दूसरे टोले के चापाकल से पानी लाना पड़ रहा है। गर्मी के इस मौसम में जहां जलस्तर पहले से ही गिरा हुआ है, ऐसे में एकमात्र चापाकल का खराब होना ग्रामीणों के लिए किसी आपदा से कम नहीं है।स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार पंचायत और प्रखंड कार्यालय में इस समस्या को लेकर गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। चापाकल की मरम्मत को लेकर गांव के सुनील सोरेन, मुकुल हेम्ब्रम, टुवान हेम्ब्रम और मंगल हेम्ब्रम ने प्रशासन से जल्द से जल्द हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही चापाकल ठीक नहीं कराया गया, तो ग्रामीणों को गंभीर स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि यह चापाकल गांव का एकमात्र जलस्रोत था, और इसके खराब होने से बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को विशेष रूप से कठिनाई हो रही है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से अविलंब चापाकल की मरम्मत कराने और वैकल्पिक जलस्रोत उपलब्ध कराने की मांग की है। गांववासियों की अपील है कि प्रशासन संवेदनशीलता दिखाए और इस गंभीर समस्या का शीघ्र समाधान करे, ताकि ग्रामीणों को राहत मिल सके।
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