ग्राम समाचार, पथरगामा (गोड्डा)। अब कोरोना वायरस की खौफ गोड्डा जिले के पथरगामा प्रखंड के वासियों को भी दहलाने लगा है। कोरोना वायरस की दवा अभी तक खोजी नहीं जा सकी है।बचाव ही सही उपाय है कि नीति अपना कर लोग तमाम वैसे उपायों को अपनाने लगे हैं जिससे कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके।
संक्रमण से बचाव के उपायों में फेस मास्क हैंड वास सेनेटाईजरी हैंड वास सैनिटाइजर नैपकिन आदि शामिल है।लोग इसे खरीदने के लिए दुकान दर दुकान भटक रहे हैं। परंतु हैंड वास को छोड़कर तमाम सामान बाजार से गायब है।
पथरगामा के अभिषेक चौबे नरसिंह भगत संतोष कुमार महतो सुभाष गुवानीवाल सुबोध साह दीपनारायण साहा नंदलाल भगत आदि लोगों का कहना है कि, संक्रमण से बचाव के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री की खुलकर कालाबाजारी की जा रही है। उन सामानों को दुकानदार वैसे लोगों को दे रहे हैं जो चौगुनी दाम का विरोध ना करें।
आम ग्रामीणों का यह भी कहना है कि सरकारी कामों के लिए प्रखंड कार्यालय अंचल कार्यालय थाना या फिर अन्य सरकारी कार्यालय में आना जाना होता है। बावजूद उन कार्यालयों में भी संक्रमण से बचाव का कोई उपाय मौजूद नहीं रहता है। ऐसे में संक्रमण से बचाव पर ही सवालिया निशान लगने लगा है।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पथरगामा में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने का कोई उपाय नहीं आजमाया जा रहा हैै।
और तो और अभी तक आइसोलेशन वार्ड भी नहीं बना है। मालूम हो कि कोरोना के संक्रमण से बचाव का कोई भी सामान नहीं मिलने से लोग काफी परेशान हो रहे हैं।
लोगों का यह भी कहना है कि जब पथरगामा के बाजार में सामान उपलब्ध नहीं है तो ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए कि प्रखंड में संक्रमण से बचाव का सभी सामान उपलब्ध करा दिया जाए। सबसे बड़ी बात तो यह है कि संक्रमण के बचाव की बड़ी-बड़ी बातें तो की जा रही है परंतु धरातल पर कोई भी उपलब्ध नही मिलता।
धरातल पर ऐसा कोई उपाय नहीं किया जा रहा है। देश में सरकारी स्तर पर तमाम सार्वजनिक जगह को बंद कर दिया गया है। तमाम सिनेमा हॉल पार्क स्विमिंग पूल आदि सभी को बंद कर दिया गया है।विद्यालय भी बंद कर दिया गया है। बावजूद पथरगामा के तमाम कार्यालय और विद्यालय खुले हुए हैं। पर सरकारी आदेश का कोई असर नहीं दिख रहा है।
संक्रमण से बचाव के उपायों में फेस मास्क हैंड वास सेनेटाईजरी हैंड वास सैनिटाइजर नैपकिन आदि शामिल है।लोग इसे खरीदने के लिए दुकान दर दुकान भटक रहे हैं। परंतु हैंड वास को छोड़कर तमाम सामान बाजार से गायब है।
पथरगामा के अभिषेक चौबे नरसिंह भगत संतोष कुमार महतो सुभाष गुवानीवाल सुबोध साह दीपनारायण साहा नंदलाल भगत आदि लोगों का कहना है कि, संक्रमण से बचाव के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री की खुलकर कालाबाजारी की जा रही है। उन सामानों को दुकानदार वैसे लोगों को दे रहे हैं जो चौगुनी दाम का विरोध ना करें।
आम ग्रामीणों का यह भी कहना है कि सरकारी कामों के लिए प्रखंड कार्यालय अंचल कार्यालय थाना या फिर अन्य सरकारी कार्यालय में आना जाना होता है। बावजूद उन कार्यालयों में भी संक्रमण से बचाव का कोई उपाय मौजूद नहीं रहता है। ऐसे में संक्रमण से बचाव पर ही सवालिया निशान लगने लगा है।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पथरगामा में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने का कोई उपाय नहीं आजमाया जा रहा हैै।
और तो और अभी तक आइसोलेशन वार्ड भी नहीं बना है। मालूम हो कि कोरोना के संक्रमण से बचाव का कोई भी सामान नहीं मिलने से लोग काफी परेशान हो रहे हैं।
लोगों का यह भी कहना है कि जब पथरगामा के बाजार में सामान उपलब्ध नहीं है तो ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए कि प्रखंड में संक्रमण से बचाव का सभी सामान उपलब्ध करा दिया जाए। सबसे बड़ी बात तो यह है कि संक्रमण के बचाव की बड़ी-बड़ी बातें तो की जा रही है परंतु धरातल पर कोई भी उपलब्ध नही मिलता।
धरातल पर ऐसा कोई उपाय नहीं किया जा रहा है। देश में सरकारी स्तर पर तमाम सार्वजनिक जगह को बंद कर दिया गया है। तमाम सिनेमा हॉल पार्क स्विमिंग पूल आदि सभी को बंद कर दिया गया है।विद्यालय भी बंद कर दिया गया है। बावजूद पथरगामा के तमाम कार्यालय और विद्यालय खुले हुए हैं। पर सरकारी आदेश का कोई असर नहीं दिख रहा है।
- भूपेन्द्र कुमार चौबे , ग्राम समाचार, पथरगामा ।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें