रेवाड़ी में कुतुबपुर स्थित श्री गोसाई जी मंदिर कुतुबपुर मे बैकुंठ चौदस का पर्व मनाया गया जिसमे मंदिर की मुख्य पुजारी पंडित किशन चंद वशिष्ठ ने इस पर्व के बारे में और उसके फायदे से सबको अवगत करवाया।
बैकुंठ चौदस को 365 दीपक इसीलिए जलाए जाते हैं क्योंकि साल में 365 दिन होता है जिन्होंने विष्णु भगवान और लक्ष्मी का पूजन करने के पश्चात 365 दीपक जला दिए मंदिर में तो वह यूं समझिए कि 365 दिन की पूरे साल की उसके हाजिरी मंदिर में लग गई और विष्णु भगवान और लक्ष्मी जी उसे पर प्रसन्न हो गए और उसके लिए बैकुंठ धाम के दरवाजे खुले रहेंगे।
बैकुंठ चौदस के दिन ही भगवान विष्णु और शंकर जी की एक साथ पूजा की जाती है और सुख शांति मिलती है घर में लक्ष्मी आती है व्यापार में वृद्धि होती है। इस अवसर पर काफी संख्या मे भक्तगण मौजूद रहे। इसमें श्रीमति विंदु गुप्ता, सपना, पप्पू, मुकेश भार्गव, विधि गुप्ता, संजीव वसिष्ठ व अन्य कार्यकृता मंदीर मे सेवा के लिए मौजूद रहे।

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