रेवाड़ी के ऐतिहासिक काली माता मंदिर संत धाम में कल से बहेगी ज्ञान की गंगा। बीजेपी जिलाध्यक्ष वंदना पोपली बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगी। श्राद्ध पक्ष में भागवत कथा के साथ पितृ तर्पण किया जाएगा।
श्राद्ध पक्ष के उपलक्ष में रेवाड़ी के ऐतिहासिक काली माता मंदिर संत धाम सराय बलभद्र में कल से सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम सुबह नौ बजे कलश यात्रा के साथ प्रारंभ होगा। इस धार्मिक आयोजन में भारतीय जनता पार्टी की जिलाध्यक्ष वंदना पोपली बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगी। इस संबंध में कथा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। मंदिर समिति की ओर से बाबा अभय सिंह जी महाराज, पंडित मुकेश शर्मा तथा कथावाचक पुरूषोतम शर्मा आदि ने बताया कि रविवार सात सितंबर से 14 सितंबर तक दूसरी श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। सुबह नौ बजे कलश यात्रा शुरू होगी जो शहर के मुख्य बाजार से होती हुई वापस मंदिर प्रांगण में संपन्न होगी।
इस अवसर पर वंदना पोपली इस धार्मिक आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि प्रात 11 बजे दड़ौली आश्रम के महंत स्वामी संपर्णानंद दीप प्रज्वलित कर भागवत कथा का शुभारंभ करेंगे। उन्होंने बताया कि कथा का समय प्रतिदिन 1:00 से 4:00 तक रहेगा। प्रतिदिन 7 दिन कथा चलेगी 14 सितंबर रविवार को सुबह हवन यज्ञ का आयोजन किया जाएगा तथा 11 बजे से भंडारा एवं प्रसाद वितरण किया जाएगा।
मथुरा वृंदावन से कथावाचक पंडित पुरुषोत्तम शर्मा कथा वाचन करेंगे। उन्होंने श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि श्राद्ध तर्पण के लिए इस भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन काली माता मंदिर संत धाम में पितृ पक्ष के उपलक्ष में यह दूसरी श्रीमद्ग भागवत कथा आयोजित की जा रही है। कार्यक्रम से पूर्व पहुंचे पूर्व ब्लॉक समिति चेयरमैन राजकुमार यादव, समाजसेवी प्रथम अग्रवाल (काकू), समाजसेवी योगेश शर्मा (बाबू), आर्य समाज रोड बाजार प्रधान जितेंद्र अग्रवाल (जीतू), मंडल अध्यक्ष खोल मुकेश सरपंच तथा जाटूसाना मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार आदि ने बताया कि इस तरह के आयोजन से समाज में भक्ति भावना का संचार होता है आपसी वैमनस्य तथा भेदभाव भुलाकर भाईचारे का संदेश मिलता है। पूर्व चेयरमैन राजकुमार यादव ने बताया कि रेवाड़ी राजा रेवत की नगरी है यह बलराम जी की ससुराल भी है कहा जाता है कि जिस स्थान पर मंदिर स्थापित है यहां 3500 साल पहले बलराम जी का विवाह हुआ था। मंदिर समिति की ओर से यहां भागवत कथा का आयोजन कर उस स्मृति को जीवंत करने का कार्य किया जा रहा है।
आपको बता दें कि भाद्रपद माह कृष्ण पक्ष की षष्ठी अवसर पर यहां भगवान बलराम जी जयंती मनाई जाती है। प्रत्येक वर्ष नई सब्जी मंडी स्थित निर्माणाधीन काली माता मंदिर संत धाम में भगवान बलराम जयंती पर जन्मदिन केक काटकर व भजन कीर्तन के साथ उनका जन्मदिन मनाया जाता है। मंदिर गद्दीनशीन बाबा अभय सिंह के मार्गदर्शन में कार्यक्रम आयोजन किया जाता है। जिसमें मंदिर के समस्त भक्तगण अपनी हाजरी लगाते है। उन्होंने बताया कि यहां मौहल्ला बलभद्र सराय में निर्माणाधीन मंदिर की भूमि पर ही तत्कालीन समय में भगवान बलराम की बारात 3500 वर्ष पूर्व रुकी थी।
मंदिर प्रांगण में रेवती दाऊ बलराम की मूर्ति भी स्थापित की जाएगी और आस पास के इलाके यह प्रथम मंदिर होगा। पुजारी मुकेश शास्त्री ने बताया की भाद्रपद महीने में षष्ठी के दिन भगवान बलराम की जयंती मनाई जाती है। भगवान बलराम जो कि राजकुमारी रेवती से रेवाड़ी में ही ब्याहे गए थे। इसलिए यह मौका ओर भी खास है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से समस्त भक्तगणों ने यह मांग सरकार के समक्ष रखी है कि रेवाड़ी का नाम बदलकर पुनः राजा रेवत की पुत्री रेवती के नाम पर रेवती नगर किया जाए। जिससे यह शहर पुनः अपनी प्राचीन समय के गौरव को प्राप्त हो सके तथा यहां उनके नाम से एक प्रवेश द्वार बनाया जाए।





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