केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था में ऐतिहासिक सुधारों को मंजूरी देकर देशवासियों को दीपावली से पहले ही एक बड़ी सौगात दे दी है। ये सुधार न केवल 'वन नेशन, वन टैक्स' की अवधारणा को और मजबूत करेंगे, बल्कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा लगाए गए टैरिफ (आयात शुल्क) का मजबूती से जवाब देने वाले 'आत्मनिर्भर भारत' के संकल्प को भी सिद्ध करेंगे।
जीएसटी परिषद की हाल ही में हुई बैठक में लिए गए निर्णयों को व्यापार जगत और आम उपभोक्ताओं दोनों के लिए क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है। इन सुधारों में छोटे और मध्यम व्यवसायों (MSMEs) के लिए अनुपालन प्रक्रिया को अत्यंत सरल बनाया गया है, कई आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर कर की दरों में कमी की गई है तथा जीएसटी रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया को और अधिक सुगम एवं त्रुटिहीन बनाने के लिए तकनीकी उन्नयन पर जोर दिया गया है। इससे व्यवसायों पर अनुपालन का बोझ कम होगा और उन्हें अपने कारोबार पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।
इन सुधारों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), रेवाड़ी जिला इकाई की अध्यक्षा डॉ. वंदना पोपली जी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री निर्मला सीतारमण जी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। डॉ. पोपली जी ने कहा, "यह निर्णय प्रधानमंत्री मोदी जी की जनकल्याणकारी नीतियों की एक और सशक्त मिसाल है। यह जीएसटी सुधार देश के छोटे दुकानदार, व्यापारी और उद्योगपति सभी के लिए एक पूर्व-दीपावली उपहार के समान है। इससे 'वोकल फॉर लोकल' और 'स्वदेशी' के हमारे संकल्प को बल मिलेगा और देश का स्थानीय उद्योग विनिर्माण क्षेत्र और अधिक मजबूत होगा।"
भाजपा रेवाड़ी जिला अध्यक्ष वंदना पोपली ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि ये सुधार एक 'नव भारत' की ओर बढ़ते कदम हैं, जहाँ हर नागरिक का विकास सुनिश्चित है । यह नव भारत आत्मनिर्भर है, डिजिटल है और अपनी सांस्कृतिक जड़ों से गहराई से जुड़ा हुआ है। जीएसटी के ये बदलाव देश की अर्थव्यवस्था को नई गति प्रदान करेंगे और रोजगार सृजन में भी सहायक होंगे।
इन सुधारों का एक बड़ा पहलू वैश्विक चुनौतियों का सामना करने की भारत की क्षमता को मजबूत करना भी है। राष्ट्रपति ट्रम्प के लगाए गए टैरिफ ने वैश्विक व्यापार को चुनौती दी थी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी के 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण ने इस चुनौती को एक अवसर में बदल दिया। जीएसटी में ये सुधार घरेलू उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देकर भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का एक अहम केंद्र बनाने में मदद करेंगे। इससे 'मेड इन इंडिया' उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा और देश की आर्थिक सुरक्षा मजबूत होगी।
केन्द्र सरकार के ये जीएसटी सुधार एक दूरदर्शी नीतिगत फैसला हैं जो सरलता, पारदर्शिता और समावेशिता के सिद्धांतों पर आधारित हैं। ये सुधार देश को नई आर्थिक ऊँचाइयों पर ले जाने के साथ-साथ आम जनमानस के जीवन को भी सरल और बेहतर बनाएंगे। भाजपा रेवाड़ी यह मानती है कि प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में भारत एक ऐसे समृद्ध और सशक्त 'नव भारत' के निर्माण की ओर अग्रसर है, जो विश्व गुरु के रूप में अपनी पहचान पुनः स्थापित करेगा।

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