रेवाड़ी में "एडॉप्ट ए विलेज" अभियान के तहत नंदरामपुर बास में तीन वर्षों की उपलब्धियों का जश्न मनाया। कैनन कंपनी की ओर से विद्यालय में रेनवॉटर हार्वेस्टिंग एवं रिचार्ज सिस्टम का शुभारंभ किया गया।
रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा क्षेत्र के गांव नंदरामपुर बास के सरकारी स्कूल को गोद लिए हुए तीन वर्ष पूरे होने पर कैनन इंडिया कंपनी की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गांव के शहीद नरेश कु्मार राजकीय प्राथमिक पाठशाला में समारोह आयोजित कर जश्न मनाया गया। इस अवसर पर कैनन इंडिया के प्रेसिडेंट एवं सीईओ तोशियाकी नोमुरा ने गाँव में जल संसाधनों को मजबूत करने हेतु रेनवॉटर हार्वेस्टिंग एवं रिचार्ज सिस्टम का उद्घाटन किया। साथ ही स्कूल में उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न सुविधाओं का भी निरीक्षण कर जानकारी हासिल की। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कंपनी की उपलब्धियों और सीएसआर से कराए गए विकास कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कैनन की सामाजिक प्रतिबद्धता ‘क्योसेई’ दर्शन पर आधारित है। नंदरामपुर बास की यात्रा ने दिखाया है कि निरंतर प्रयास आत्मनिर्भरता और विकास को संभव बनाते हैं। वर्तमान में कैनन ने भारतभर में 10 गाँव गोद लिए हैं, जिनमें हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और कोलकाता के गाँव शामिल हैं।
इस मौके पर सीईओ तोशियाकी नोमुरा ने बताया कि कंपनी के 4-ई (शिक्षा, नेत्र देखभाल, पर्यावरण और सशक्तीकरण) का विशेष रूप से फोकस है। जिसके तहत एक हजार से अधिक विद्यार्थियों ने डिजिटल लर्निंग के लिए नामांकन किया। जिनमें कुछ को नवोदय स्कूल में छात्रवृत्ति मिली। गांव को हरियाणा सीएम के ‘माई स्कूल, ब्यूटीफुल स्कूल’ अभियान में दो बार सम्मानित किया जा चुका है। चार हजार से अधिक लोगों की नेत्र जाँच हुई और 452 चश्मे वितरित किए गए। 1550 पेड़ लगाए गए, जबकि 250 से अधिक ग्रामीणों को कंप्यूटर, टेलरिंग और ब्यूटीशियन जैसे कोर्स में प्रशिक्षण मिला। महिलाओं के लिए साक्षरता और स्तन कैंसर जागरूकता अभियान भी चलाए गए, जिनसे 100 से अधिक महिलाओं को लाभ मिला।
इस मौके पर स्कूल के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए तथा खो-खो खिलाडिय़ों ने कंपनी प्रतिनिधियों के साथ खो-खो मैच भी खेला।



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