आज प्रखंड के सभी सरकारी विद्यालयों में स्वर्गीय शिबू सोरेन की स्मृति में मौन सभा आयोजित की गई और उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया गया। इस अवसर पर प्रार्थना सभा के दौरान छात्र-छात्राओं ने उनके संघर्षों, बलिदानों और समाज सुधार हेतु उनके अद्वितीय योगदान को जाना। उनके जीवन की संघर्ष गाथा ने स्कूली बच्चों में सेवा, संघर्ष और समर्पण की भावना का संचार किया। बच्चों ने यह संकल्प लिया कि वे भी अपने जीवन में सत्य, न्याय और समाज सेवा के मूल्यों को अपनाकर देश और समाज के विकास में योगदान देंगे।
इसी क्रम में उत्क्रमित मध्य विद्यालय चिल्हा के शिक्षक रीतेश रंजन ने बच्चों को बताया कि वे एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ, झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और झारखंड आंदोलन के जननायक थे। उनका जीवन आदिवासी अधिकारों और झारखंड राज्य के गठन के लिए संघर्ष की प्रेरणादायक कहानी है। उन्होंने जल, जंगल और जमीन के अधिकारों के लिए आंदोलन चलाया। महाजनों के खिलाफ आदिवासियों को संगठित किया। उनकी अगवाईयों में धनकटनी आंदोलन और टुंडी में आंदोलन ने उन्हें 'दिशाेम गुरु' की उपाधि दिलाई।
- ग्राम समाचार, गोड्डा।

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