ग्राम समाचार, गोड्डा जिले में 10वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजों को बेहतर बनाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। आज उपायुक्त अंजली यादव ने एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने परीक्षा परिणामों को सुधारने के लिए कई अहम दिशा-निर्देश दिए।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने दसवीं बोर्ड के प्रखंडवार प्रदर्शन, खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों, कम उपस्थिति वाले बच्चों, और शिक्षकों की गैर-मौजूदगी जैसे विभिन्न पहलुओं पर गहराई से चर्चा की। उन्होंने हर बिंदु की बारीकी से समीक्षा करते हुए उन कमियों को दूर करने पर जोर दिया जो बेहतर परिणामों में बाधा बन रही हैं।
श्रीमती यादव ने पीयर लर्निंग (सहपाठियों से सीखने) को बढ़ावा देने पर विशेष बल दिया। उनका मानना है कि जब बच्चे एक-दूसरे से सीखते हैं, तो उन्हें चीजें आसानी से समझ आती हैं। इसके साथ ही, उन्होंने निर्देश दिया कि बच्चों को 'प्रोजेक्ट रेल मासिक परीक्षा' के जरिए पहले से ही 10वीं बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार किया जाए। इतना ही नहीं, पेपर जांच के लिए दूसरे स्कूलों से सहयोग लेने की भी बात कही गई, ताकि मूल्यांकन में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे।
उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधीक्षक, सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, डीएमएफटी की टीम, और सभी बीआरपी/सीआरपी को प्रतिदिन स्कूलों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया। इस निरीक्षण के दौरान, उन्हें स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति, कक्षा में बच्चों की संख्या, मध्याह्न भोजन की स्थिति, और स्कूल की मूलभूत सुविधाओं जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां इकट्ठा करनी होंगी। इन सभी जानकारियों की रिपोर्ट जिला मुख्यालय को सौंपनी होगी, और प्रतिदिन स्कूलों के औचक निरीक्षण की जियो टैग फोटो भी ग्रुप में भेजनी होगी।
इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला शिक्षा अधीक्षक दीपक कुमार सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे। इन निर्देशों से उम्मीद की जा रही है कि गोड्डा जिले में 10वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम में निश्चित रूप से सुधार देखने को मिलेगा।
- ग्राम समाचार, ब्यूरो रिपोर्ट गोड्डा।
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