Bhagalpur news:नफरत की जहरीली बात समाज में फैलाने वालों पर लगे लगाम – सैयद हसन
ग्राम समाचार, भागलपुर। बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जहान ए ख़ुसरू कार्यक्रम में शिरकत करना, मुस्लिम समाज को रमजान की मुबारकबाद पेश करना और उन्होंने यह पैगाम दिया कि कुरान और वेद की जुबान जरूर अलग है लेकिन पैगाम एक सा है। उन्होंने कहा है कि हिंदुस्तान में सूफी रिवायत का अपना अलग मुकाम है। वजीर ए आजम का यह कहना कि इस मुल्क की मिट्टी में कुछ खास है। यही वजह है कि जब सूफी तहजीब हिंदुस्तान में आई तो इस मिट्टी में समा गई। उन्होंने कहा कि यह धरती बाबा फरीद हजरत निजामुद्दीन औलिया और अमीर खुशरू की सरजमीन है। प्रधानमंत्री के इन वक्तव्यों से यह जाहिर होता है कि वे सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के नारे पर यकीन रखते हैं और दिल्ली के इस कार्यक्रम में जो बातें उन्होंने कही है उससे उम्मीद की नई किरण को बल मिला है कि वे अपनी पार्टी के इस नारे को धरातल पर जरूर उतारने का काम करेंगे। इस मौके पर खानकाह पीर दमड़िया शाह के सज्जादानशीन सैयद शाह फखरे आलम हसन ने वजीर ए आजम द्वारा जहान ए ख़ुसरू कार्यक्रम में कही गई उनकी बातों को स्वागत योग्य बताते हुए प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि आपके द्वारा जहान ए ख़ुसरू कार्यक्रम में जो भी बात कही गई है, उसे अमली जामा पहनाना देश और वक्त की जरूरत है। जिसके लिए ज़रूरी है कि किसी भी व्यक्ति को यह छूट ना हो कि वह अपनी जुबान से नफरत की जहरीली बात समाज में फैला सकें। इस पर विराम लगना भी देश और वक्त की अहम जरूरत है।
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