ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। साल बीतने को है और मौसम का मिजाज भले ही सर्द है, लेकिन बांका जिले का सियासी पारा एक बार फिर चढ़ गया है। अविश्वास प्रस्ताव की चाल से जिला परिषद अध्यक्ष सुनील सिंह और उपाध्यक्ष नीलम देवी की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है। गुरुवार को राजेंद्र यादव के नेतृत्व में जिला परिषद सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए डीएम अंशुल कुमार को अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन सौंप दिया है। सुनील सिंह और नीलम सिंह पर मौजूदा सत्र में पहली बार अविश्वास लाया जा रहा है। दोनों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए जो आवेदन
दिए गए हैं उसमें 14 सदस्यों ने हस्ताक्षर किया है। इसमें विश्वजीत दीपंकर, सुमन पासवान सहित अन्य सदस्य शामिल है। अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन देने के बाद जिला परिषद सदस्य विश्वजीत दीपांकर ने कहा कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों ने योजनाओं के चयन में सरकार के किसी मापदंड का पालन नहीं किया। कुछ सदस्यों को बहुत अधिक राशि की योजनाएं आवंटित कर दी गई, जबकि कई सदस्यों को योजनाओं की राशि में काफी कटौती कर दी गई। इससे सदस्यों में आक्रोश पनप रहा था। दो दिन पूर्व जब जिला परिषद के सामान्य बोर्ड की बैठक बुलाई गई तो उसमें महज तीन लोग शामिल हुए। जबकि कोरम के लिए कम से कम पांच सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य है। जब वो अपना कोरम पूरा नहीं कर पा रहे है तो उनको अध्यक्ष पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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