ग्राम समाचार,चांदन,बांका। इस वर्ष आगामी 22 अप्रैल को सम्पूर्ण भारत के चुनिंदा जिले सहित बौंसी प्रखंड क्षेत्र में अक्षय तृतीया एवं ईद के अवसर को ध्यान में रखते हुए कैलाश सत्यार्त्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन (केएससीएफ) द्वारा “बाल विवाह मुक्त भारत” पर राष्ट्रीय परिचर्चा एवं विमर्श का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर देशभर से जुटे गैरसरकारी संगठनों ने सरकार से एक सुर में बाल विवाह के खिलाफ मजबूत कानून बनाने और मौजूदा कानून का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने की अपील की जाएगी। साथ ही सरकार से बाल विवाह निषेध कोष बनाने और 18 साल तक के बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा का प्रावधान करने की भी मांग की जाएगी। मालूम हो कि कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स
फाउंडेशन बाल विवाह उन्मूलन को लेकर अभियान चला रहा है। फाउंडेशन ने पिछले साल 16 अक्टूबर को बाल विवाह के खिलाफ दुनिया के सबसे बड़ी ज़मीनी आंदोलन की शुरुआत की थी। यह परिचर्चा इसी अभियान का एक कदम है। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउडेशन के बैनरतले जुटे गैरसरकारी संगठन इस बात पर सहमत हैं कि देश में भले ही बाल विवाह कराने वाले लोगों को दंडित करने के लिए विशेष कानून अर्थात बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 (प्रोहिबिजन ऑफ चाइल्ड मैरिज एक्ट, 2006, [पीसीएमए]) है, फिर भी बाल विवाह का समूल नष्ट करने के लिए वर्तमान क़ानून को संशोधित कर मजबूत बनाने की जरूरत है। साथ ही मौजूदा कानून का कड़ाई से पालन सुनिश्चत करने की जरूरत है।
सोनू गुप्ता,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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