ग्राम समाचार न्यूज : भारतीय किसान यूनियन चढूनी आज बावल स्थित HSIIDC के ऑफिस में बड़ा प्रदर्शन किया। इस मौके पर राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष श्री महावीर सिंह भी आये। भारतीय किसान यूनियन चढूनी रेवाड़ी के जिलाध्यक्ष समय सिंह ने बताया कि HSIIDC द्वारा अधिकृत डुंगरवास, खलियावास व अन्य गावों की जमीन व स्ट्रक्चर का मुआवजा अभी तक किसानों को नहीं मिला है। इस मामले में हम कई बार प्रशाशनिक अधिकारियो व मंत्रियो को ज्ञापन दे चुके व मीटिंग कर चुके लेकिन अब तक इस मुद्दे पर सरकार की और से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
एमआरटीएस परियोजना के विस्तारीकरण हेतु एचएसआईआईडीसी द्वारा अवार्ड 7 अगस्त 2020 के अतंर्गतर्ग जमीन अधिग्रहित की गई थी। 2020-21 में जिला रेवाड़ी में इस परियोजना के तहत कुल मआुवजा 201 करोड़ 53 लाख 62 हजार 130 रुपए अवार्ड हुआ। जिसमें120 करोड़ रुपए जमीन अधिग्रहण के नाम पर किसानों को जारी कर दिए। बाकि 81 करोड़, 53 लाख, 62 हजार 130 रुपए की राशि इसी जमीन और उस पर बने भवन की क्षतिपूर्ति के तौर पर 10 सितंबर 2021 को अवार्ड कर दिया गया। कायदे से अवार्ड के 30 दिन के भीतर यह राशि किसानों को मिल जानी चाहिए थी लेकिन एक साल तक हम इस राशि को लेकर सघंर्ष करते आ रहे हैं। अधिकांश पीड़ितों की मुआवजा राशि 20 हजार, 40 हजार, 70 हजार से लेकर ढाई, तीन व चार लाख में आ रही है। हैरानी की बात है कि इस राशि के लिए भी उन्हें विभाग के बार बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। अधिकारियों का दो टूक जवाब होता है कि ऊपर से राशि नहीं आई है।
हम पहले भी सुधा यादव, डी आर ओ साहब के द्वारा मुख्यमंत्री, राव इंदरजीत सिहं और एचएसआईडीसी को ज्ञापन के माध्यम से सूचित कर चुके है लेकिन इतने प्रयासों के बाद भी हमारी सुनवाई नहीं होती दिख रही। इसी मुद्दे पर आज सभी पीड़ित किसान HSIIDC के बावल स्थित कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया और कार्यालय के मैन गेट पर ताला जड़ा। उपायुक्त साहब से फ़ोन पर हुई वार्तालाप के बाद मिले आश्वाशन कि दस से पंद्रह दिनों में समस्या का निवारण करने के बाद किसान थोड़ा शांत हुए। और इस समय सीमा में समाधान न होने कि स्थिति में नेशनल हाईवे को जैम करने की चेतावनी दी है l इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन चढूनी के सभी पदाधिकारी व गांव डुंगरवास, मसानी और खलियवास के पीड़ित किसान मौजूद रहे।
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