ग्राम समाचार,चांदन,बांका। हमारी धरती पर प्राकृतिक ख़ूबसूरत खगोलीय नज़ारा अद्भुत ज्ञान का मार्ग प्रशस्त करती है। मानव आकाशीय प्राकृतिक खगोलीय नज़ारा देख विभिन्न तरह के अनुमान लगाते हैं। जीव विज्ञान शिक्षक सह पर्यावरण विशेषज्ञ व भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी बांका जिला ईकाई प्रबंध कमेटी सदस्य तथा अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा हेडक्वार्टर वासिंगटन डीसी से संबद्ध प्रवीण कुमार प्रणव ने बताया कि पृथ्वी पर मानव सहित सभी जीवों के लिए अर्थात सबके लिए प्रकृति खगोल शास्त्र में “क्षिति जल पावक गगन समीरा" दिया है। जिससे मानव सहित अन्य जीवधारी अपना जीवन चक्र सुचारू रूप से चलाते हैं।हम सभी धरती वासियों के धर्मावलंबियों को मानना चाहिए कि हम सभी
मानव सहित अन्य जीव एक ही हैं। अपने अपने स्वार्थवश एक दूसरे से अधिक सुख सुविधाओं से लैस होने के होड़ में अपने को अपनों से दूरी बना लेते हैं।समय-समय पर ईश्वरीय सत्ता पक्ष से भाईचारे का संदेश दिया जाता है।यह खगोलीय नज़ारा देख प्रवीण कुमार प्रणव ने मानवीय जीवन से जोड़कर बताया कि बहुत ही अच्छा है और प्रकृति उपर वाले अपने तरफ़ से सभी हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म के लोगों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं और उनका कहना है कि सभी एक-दूसरे को एक दूसरों के साथ आपसी प्रेम करुणा मेल मिलाप सोहार्द भाईचारा कायम रखने होंगे। जिससे पर्यावरण संरक्षण और प्रबंधन में सहयोग मिलेगा। जिससे पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण और ओजोन परत सुरक्षित रहेंगे। वैश्विक शांति पूर्ण रूपेण स्थापित करने होंगे।एक देश दूसरे देशों को कोरोना काल जैसा ही मदद करें। जनसंख्या नियंत्रण अनिवार्य है। चांद तारे एक साथ होने से समुद्री जीवों पर प्रभाव पड़ता है।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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