रेवाड़ी 14 नवंबर : सरकारी मेडिकल छात्रों से 40 लाख फीस वृद्धि के विरोध में शहर के सामाजिक संगठनों ने मशाल जुलूस निकाला और सरकार द्वारा डॉक्टर छात्रों पर की गई दमनात्मक कारवाई की निंदा की।
सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की तरफ से कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने कहा यह कैसा इंसाफ है कि एम बी बी एस की पढ़ाई पूरी करने के बाद सरकार की तरफ से जॉब की कोई गारंटी नहीं। आज के दिन हरियाणा में 25 प्रतिशत डॉक्टरों के पद रिक्त पड़े है। जब सरकार द्वारा नौकरी की गारंटी नहीं है तो 40 लाख कहा से दिए जाएंगे।
सरकार का यह आदेश किसी गरीब एवम मध्यम वर्ग के परिवार के बच्चो के लिए डॉक्टर बनने के स्वप्न को ही छीनने वाला है। रेवाड़ी , आंदोलनकारी छात्रों के साथ है ।सरकार ने इस नीति को वापिस नही लिया तो रेवाड़ी में आंदोलन तेज किया जाएगा। मशाल जुलूस में मुख्य रूप से रामेश्वर दयाल शर्मा, सुरेश कुमार, रजनी, सुमन यादव, सुरेंद्र कुमार रोहिला पवन कुमार अजय सिंह डॉक्टर लेखराम मेहरा,अनिल कुमार, एल एन यादव, आनंद यादव, बीर सिंह, प्रजापति नरेश कुमार,संजय प्रधान, राजपाल दहिया, भगत सिंह संभरिया, किशन लाल, नरेंद्र मेहरा बिरेंद्र खलेटिया राजेश, राकेश समेत काफी नागरिकों ने हिस्सा लिया।
फैसला लिया गया की 18 नवंबर को सांय 3 बजे उपायुक्त की मार्फत मुख्य मंत्री की 40 लाख बॉन्ड पॉलिसी वापस लेने, मेडिकल स्टूडेंट्स पर दमन की कारवाही पर रोक लगाने की मांग की जाएगी ।
सरकार बाज नहीं आई तो रेवाड़ी के नागरिक रोहतक में जाकर जुलूस निकालने के लिए बाध्य होंगे।
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