ग्राम समाचार, गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:- सदर प्रखंड के पथरिया घाट में शहीद रघुनाथ महतो युवा क्लब पथरिया घाट की ओर से करम परब धूम धाम से मनाया गया। वहीं गांव के 95 वर्षीय बैजूराम महतो ने बताया कि करम परब हमारे गांव में करीब 125 वर्षो से की जा रही है। करम परब मुलत: प्रकृतिक पर है यह परब झारखंड, बंगाल, उड़ीसा एवं बिहार के कुछ जिलों में बड़ा ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व भादो मास एकादशी को मनाया जाता है। चांद के हिसाब से यह पर्व प्रथमा से शुरू होकर एकादशी तक चलता है। प्रथमा के दिन जावा डाली उठा कर यह परब प्रारंभ होता है। गांव घर की कुंवारी लड़कियां इस परब की तैयारी भादो माह के प्रवेश होने से ही आखड़ा में नाच गान प्रारंभ कर देती है ।यह परब मुलरुप से कृषि कर्म से जुड़ा हुआ सृजनकारी परब है एवं यह मुख्यरुप से जनजातियों का परब है। खासकर देखा जाए तो यह परब कुड़मी समुदाय द्वारा विशेष तौर पर बढ़-चढ़कर मनाया जाता है । गांव में कुंवारी लड़कियां अपना अपना "करम दहंगी" बनाती है और चयनित अखाड़ा में नाच गान करती है और जावा उठाने का दिन धार्ज करती है । जावा में 11 या 9 प्रकार का बीज डाला जाता है जैसे कुरथी, मूंग, बिरी ,रमहा, लाहइड़, बाजरा, मकाई, ,मटर ,चना,मैथी और धान। वहीं क्लब के कोषाध्यक्ष गौतम कुमार महतो ने बताया कि झारखंड सरकार अगर झारखंडी संस्कृति को बढ़ावा देना चाहती है तो इस परब में सरकारी सहायता देनी चाहिए और झारखंड के सभी स्कूल और कॉलेजों में करम परब पर कार्यक्रम आयोजित करने का मांग किया। इस मौके पर कविता कुमारी, प्यासी कुमारी, सुधा कुमारी, कुन्ती कुमारी, पूजा कुमारी, मोनिका महतो, दीप्ति महतो, शीला महतो, वंदना भारती, सरस्वती कुमारी, लीलम महतो, नूतन महतो, नंदनी महतो, डुबकी कुमारी, गोपी महतो, ऋतु कुमारी आदि दर्जनों कुंवारी करमैती मौजूद रहीं।
शशी भगत के सौजन्य से:-
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