ग्राम समाचार, गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:- ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड को जमीन नही देने का फरमान जारी कर चुके तालझारी के ग्रामीण उस वक्त उग्र हो गए जब सीएमडी सहित कई ईसीएल के अधिकारियो की गाड़ी गाँव मे दाखिल हो गई। ग्रामीण इन्हें गांव में उपस्थित देख डुगडुगी बजाने लगे और लोगो को इकट्ठा कर लिया। उग्र ग्रामीण गांव के मुहाने से लेकर कई जगहो पर सड़क जाम लगा दिया ताकी अधिकारियों की गाड़ी वापस नही लौट सके। बतादें की सीएमडी ए पी पांडा स्थानीय प्रबंधक व अन्य अधिकारियों को साथ लेकर तालझारी पहुंचे थे। जहां उन्होंने ग्रामीणों से सीधी बातचीत की पेशकस की। ये ख़बर आग की तरह गांव मे फैल गई और स्थानीय ग्रामीण उग्र हो गए। ग्रामीणों ने साफ किया कि जब उपायुक्त के समक्ष हमलोगो ने परियोजना को उत्खनन के लिए जमीन नही देने का फरमान सुना चुके है तो बार बार ईसीएल अधिकारी क्यो जमीन लेने के लिये दबाव बना रहे है। इस दौरान खबर लेने पहुचे कई पत्रकारों को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा हालांकि परिचय देने के बाद उन्हें गांव से वापस लौटने दी गई। यहाँ एक बात साफ कर दूं कि सीएमडी जैसे आला अधिकारी के तालझारी पहुचने की जानकारी स्थानीय थाना को भी नही थी बाद मे उन्हें अधिकारियों के बंधक बने रहने की जानकारी दी गई, जिसके बाद अधिकारियों को बचाने पहुंचे थाना प्रभारी चंद्रशेखर सिंह खुद बंधक बन गए। जानकारी के मुताबिक बाद मे महागामा एसडीपीओ शिव शंकर तिवारी सहित कई थानों की पुलिस अतिरिक्त बल के साथ तालझारी पहुँचे जहाँ ग्रामीणों से मान मनौव्वल कर तमाम बंधक बने अधिकारियों को मुक्त कराया |
सुजीत कुमार के सौजन्य से:-
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें