Chandan News: मौसम की बेरुखी से  किसान चिंतित

ग्राम समाचार,चान्दन,बांका। चांदन प्रखंड पहाड़ी इलाका होने के कारण नहरों की सुविधा न होने से किसानों की खेती बारी पूरी तरह प्रभावित हो गई है। कुछ किसानों ने धान की खेती किसी तरह बिचड़ा बचाकर रोपनी तो कर लिए हैं। लेकिन वो भी प्रयाप्त वर्षा नहीं होने खेत में सुखे की स्थिति बनी हुई वहीं चार दिनों के हल्की-फुल्की बारिश से उनके लिए थोड़ी बहुत राहत अवश्य मिली। बताते चलें शुक्रवार शाम से ही हल्की फुल्की बारिश  चांदन प्रखंड क्षेत्र में देखने को मिली रविवार को भी सुबह हल्की फुल्की बारिश मिली तो किसानों के चेहरे कुछ क्षण के लिए खिलें है। कुछ किसानों ने बताया की हम लोग विगत दस दिन पूर्व ही किसी तरह बोरिंग के माध्यम से अपने खेतों में पानी लाकर धान की रोपाई किए हैं, लेकिन बारिश ना होने के कारण पानी का लेयर भी निचे चला गया जिससे बोरिंग में पर्याप्त पानी ना मिल पाने के कारण  पूरा धान की रोपाई नहीं हो पाई है। जो भी धान की रोपाई किये हैं, अगर समय पर 

वर्षा नहीं होती है तो बिहार का मुख्य फसल धान को बचाना मुश्किल हो जायेगा। सरकार भी सिंचाई व्यवस्था अभी तक नहीं कर पाई है। वहीं प्रखंड क्षेत्र में पानी की समस्या के कारण मक्के तथा धान की रोपाई में इस बार काफी कमी देखी गई है। यहां तक की नदियां भी सूख चुकी है। जहां सावन और भादो के महिने में इस क्षेत्र के नदी, तलाबों में पानी उफान पर रहता था। कुछ किसानों ने धान का बिचड़ा रोपा तो अवश्य है किंतु वह भी पानी की आस में सांसे गिन रहा है। इस हल्की-फुल्की बारिश ने धान के बिहन में कुछ जान जरूर ला दी है। कुल मिलाकर देखा जाए तो इस बार प्रखंड क्षेत्र में धान एवं मकई  की खेती में बहुत ही कमी देखी गई है। इस संबंध में प्रखंड क्षेत्र के कुछ किसानों के आंखों में आंसू देखने को मिला, वह कहते हैं कि खेती करने के लिए महाजन से कर्जा उठाया, इस स्थिति में कर्जा कैसे चुकाएंगे। इधर अभी से ही महंगाई का मार झेल रहे हैं चावल और आटा के भाव आसमान छू गये हैं। लेकिन हम लोग गरीब किसान के लिए सरकार हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं। महंगाई ने हम सभी किसानों की कमर तोड़ रखी है।

उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन। 

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Editor - कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बाँका,(बिहार)

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