रेवाड़ी। सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत लोगों की ओर से मांगी गई जानकारी समय पर उपलब्ध नहीं कराना अधिकारियों का शगल बन गया है। इसकी एक बानगी धारूहेड़ा क्षेत्र के गांव डूंगरवास के निवासी बाबू चंद्रप्रकाश की ओर से मांगी गई जानकारी में मिलती है। चंद्रप्रकाश ने दो साल पहले दो गांव के गली की लंबाई चौड़ाई तथा उसके निर्माण में हुए खर्च का ब्यौरा मांगा था, जो उसे आज तक उपलब्ध नहीं हो पाया है। बाबू चंद्रप्रकाश ने बताया कि समय-समय पर उसने संबंधित अधिकारियों को शिकायत भी दी, लेकिन धारूहेड़ा के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी उच्च अधिकारियों के निर्देशों को भी ठेंगे पर रख रहे हैं। उन्होंने इसकी शिकायत राज्य के सूचना आयुक्त को अंतिम अपील के तौर पर भेजी तो तो वहां से 20 मई को खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी को पत्र भेजकर अंतिम अवसर देते हुए जानकारी उपलब्ध कराने के लिए 30 दिन का समय दिया गया है। अब यह 30 दिन की समय अवधि भी बीत गई है। बावजूद इसके उन्हें अब तक जानकारी नहीं मिल पाई है।
गौरतलब है कि बाबू चंद्रप्रकाश ने गांव में नवल शास्त्री के प्लाट से लेकर देविंदर पुत्र भूप सिंह और महाबीर पुत्र मांगेराम के घर तक गली की लंबाई चौड़ाई और जिस समय गली बनी तब टाइल आदि के खर्च का ब्यौरा मांगा था। उनके अनुसार उसकी ओर सरकारी रिकॉर्ड में इसकी गली की लम्बाई चौड़ाई के बारे में जानकारी मांगी गई थी साथ ही इस पर कब्जे संबंधी जानकारी भी हासिल करनी चाहिए थी। गली में किन किन लोगों ने कितना कब्जा कर रखा है। इसकी पैमाइस की रिपोर्ट व पैमाइस तथा खर्च का ब्यौरा मांगा था।
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