ग्राम समाचार,चांदन,बांका। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का आज दसवां दिन चल रही है! इस दौरान चल रहे दूरदराज से गांव शहर के लोगों ने इस मेले आकर बाबा नगरी की ओर जा रहे है। इस आस्था विश्वास पर्व के मेले में देश-विदेश से श्रद्धालु अपने कांधे पर कांवर लेकर 105 किलोमीटर दूरी तय करते हुए पैदल आया करते हैं।जो श्रद्धालुओं एवं भक्तजनों के लिए आस्था के प्रतीक सबसे बड़ी बाबा धाम के मेला है। वहीं सिक्किम राज्य के कांवरियों की जत्था में आस्था का भाव देखा गया, जहां एक मुकवधीर बेजुबान 15 वर्षीय बालक राहुल भी कांवरियों के संग मिलकर चल रहे हैं। जो जुबान से बेजुबान थे। आवाज उसकी नहीं निकल
पाती थी और पैर से भी लाचार थे ,लेकिन उनके परिजनों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के कारण करोना की स्थिति में बाबा नगरी नहीं पहुंच पाए थे। वहीं राहुल को लगभग 8 से 9 बार हर श्रावणी मेला में कांवरियों के साथ लेकर बाबा धाम नगरी में जाकर जल अर्पण कर चुके हैं। इस अर्पण से मेरा राहुल का जुबान जो बंद पड़ा था वह अब बोलना शुरू कर दिया है। वास्तविक में राहुल से पूछताछ करने के बाद अच्छे अंदाज में बातचीत किए और बोल बम के जय घोष का नारा भी लगाए। बताया जाता है कि आस्था में बड़ी ताकत होती है और जहां आस्था होती है वहां प्रभु की माया होती है। जो कांवरिया राहुल कुमार एक मिसाल बन कर खड़ा है।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।

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