ग्राम समाचार,चांदन,बांका। चान्दन प्रखंड के अन्तर्गत कुसुमजोरी पंचायत के कड़वामारन मे 10 मार्च 2022, स्थान-ज्ञान भवन कड़वामारन, बिहार दलित विकास समिति व दलित मुक्ति मिशन के संयुक्त तत्वावधान में माता सावित्रीबाई फुले परिनिर्वाण व महिला दिवस के अवसर पर अधिकार मार्च व सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व पंचायत समिति सदस्य, कुसुमजोरी व सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती सुनीता देवी नें की जबकि कार्यक्रम का संचालन महिला नेत्री रानी शर्मा नें की। दिप जलाकर समारोह का उद्घाटन पटना से आई रजनी देवी, वीरेन्द्र कुमार,मुन्नी देवी सेविका भैरोगंज, कैली देवी, सरपंच कुसुमजोरी तथा दलित मुक्ति मिशन के निदेशक महेंद्र कुमार नें संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर बाढ़, पटना से आई कॉलेज की लड़कियों नें बेटा-बेटी में कोई भेद नहीं है के मुद्दे के ऊपर नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुति की, इसमें सुचिता हांसदा,निर्मला टेरेसा, सोनम कुमारी,पूनम कुमारी,बंदना कुमारी,राधा कुमारी, आशियाना कुमारी, निशु कुमारी एवं मनीषा कुमारी शामिल हैं।
इससे पहले सैकड़ों महिलाओं नें महिला एकता मंच, माता सावित्री बाई फुले अमर रहे, महिला दिवस जिंदाबाद, घरेलू हिंसा-भ्रूण हत्या बंद करो आदि नारों के साथ कुरुमताड़ मोड़ से ज्ञान भवन कड़वामारन तक महिला अधिकार मार्च निकाला। अपने वक्तव्य में रौशन ने बताया कि भारत में समतामूलक-लोकतांत्रिक संघर्षों की नींव रखने वाली, महिलाओं एवं बहुजन समाज की शिक्षा में अग्रिम भूमिका निभाने वाली, बहुजन समाज की महानायिका,राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुल जीे का 125वां परिनिर्वाण दिवस है। इस अवसर पर उनके प्रति हार्दिक श्रद्धांजलि और नमन अर्पित करते हैं। उन्होंने अपने अपने जीवन काल मे अनगिनत स्कूल-कॉलेज खुलवाया, महिलाओं को पढ़ने के लिए न केवल प्रेरित किया बल्कि जीवंत पढ़ाते रही इसलिए उन्हें देश के प्रथम महिला शिक्षक कहा जाता है। आगे उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान में महिलाओं का 10 अधिकार दिए गये हैं। सम्पत्ति में बराबरी का अधिकार, मातृत्व लाभ व सुरक्षा का अधिकार, दफ्तर में भेदभाव के विरुद्ध आवाज उठाने का अधिकार,घरेलू हिंसा के विरुद्ध अधिकार, भ्रूण हत्या के विरुद्ध अधिकार, समान काम के समान वेतन का अधिकार आदि अन्य। इस अवसर पर दलित समुदाय सैकड़ों महिलाएं एवं बच्चे नौजवान उपस्थित थे।
उमाकान्त साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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