ग्राम समाचार, भागलपुर। एनटीपीसी कहलगांव के अंग भवन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान डीजीएम पीएस प्रीति पल्लवी ने कहा कि एनटीपीसी लिमिटेड इस वर्ष 68 हजार 609 मेगावाट उत्पादन के साथ देश की सबसे बड़ी विद्युत कम्पनी बनने की ओर अग्रसर है। ग्रेट प्रेस टू वर्क 2021 के रैंकिंग में एनटीपीसी को लगातार 15वें वर्ष भी सम्मानित किया गया है। इस वित्तीय वर्ष में कहलगांव परियोजना कि उपलब्धियों में ब्रिटिश सेफ्टी काउंसिल द्वारा मैरिट अवार्ड से सम्मानित किया जाना, पर्यावरण के क्षेत्र में एपेक्स इंडिया ग्रीन लिफ अवार्ड 2020 में स्वर्ण प्राप्त करना, पक्षियों पर कॉफी टेबुल बुक के लिए पब्लिक रिलेशन सोसाईटी ऑफ इंडिया 2021 का पुरस्कार, हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने के लिए गठित नाराकाश कमेटी को पूर्वी क्षेत्र में दूसरा पुरस्कार का मिलना आदि महत्वपूर्ण है। साथ ही वित्तीय वर्ष 2020-21 में कहलगांव परियोजना की ईकाईयों में पर्यावरण से संबंधित एवं अन्य पुराने संयंत्रों के स्थान पर नये संयंत्र लगाने का भी काम बड़े पैमाने पर हुआ है। कहलगांव परियोजना अपनी नैगम सामाजिक दायित्व योजना अंतर्गत ऊर्जा मंत्रालय के दिशा निर्दर्शों पर 2015-16 में स्वच्छ विद्यालय अभियान के तहत बनाये गये शौचालय की मरम्मत एवं नये शौचालयों का निर्माण तथा जल उपलब्ध कराने का कार्य कराया जायेगा। परियोजना प्रभावित गांवों में हाईमास्ट टावर लाइट कि स्थापना, सरकारी विद्यालयों को पांच सौ बेंच डेस्क की आपूर्ति ग्रामीण विद्यार्थियों को ठंड से बचाने के लिए पांच सौ बच्चों के बीच स्वेटर का वितरण, सात सरकारी स्कूलों में 14 स्मार्ट इंटरेक्टिव पैनल लगाया गया। कहलगांव परियोजना के जीवन ज्योति अस्पताल द्वारा सर्पदंश का नि:शुल्क इलाज किया जाना। इसमें वर्ष 2021-022 के दौरान 70 लोगों का सफल इलाज किया गया, डॉट सह डीएमसी सेंटर द्वारा वित्तीय वर्ष में 50 लोगो को टीवी रोगो से मुक्त किया गया। परियोजना प्रभावित गांवों में वृद्ध, दिव्यांग एवं जरूरतमंदों के बीच 25 सौ से अधिक कंबलों का वितरण, उषा स्कूल ऑफ स्वींग में 16 बालिकाओं को 6 माह का प्रशिक्षण एवं सिलाई मशीन देकर आत्मनिर्भर बनाने कि पहल, गांवों में आरसीसी एवं पीसीसी सड़कों का निर्माण, परियोजना प्रभावित गांव में स्वास्थ्य जांच एवं नि:शुल्क दवा वितरण इत्यादि शामिल है। प्रेस वार्ता के दौरान मुख्य महाप्रबंधक अरिंदम सिन्हा ने कहा कि वैसे तो मेरे पास अभी दो लाख मीट्रिक टन कोयले का भंडार है, लेकिन एनटीपीसी कहलगांव परियोजना 2340 मेगावाट की है। इसके लिए यह भंडार काफी नहीं है। कोयला हमारी प्रमुख समस्या में से एक है। हमारे पास तीन कोलफील्ड है, इसमें राजमहल कोलफिल्ड से हमें थोड़ी कम आपूर्ति मिल रही है, जो मेरी चिन्ता बढ़ा रही है। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि वैसे हमलोग उस कमी को रानीगंज और धनबाद, झारिया आदि स्थानों से कोयला मंगवाकर प्लांट चला रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कोयला सस्ता होगा तो हम बिजली भी सस्ती दरों पर लोगो को दे पायेगें। प्रेस वार्ता के दौरान जीएम ओएंडएम पीआर बंदोपाध्याय, जीएम टीएस नीरज कपूर, जीएम एचआर पीके महापात्रा, जीएम एफएम एसके साहा, जीएम मेंटेनेंश एनपी साहर, जीएम ऑपरेशन बी राजेन्द्र कुमार, जीएम एडमिशट्रेशन राजेश गुप्ता, एजीएम एयू एस सहनी, एजीएम ईएमजी पैजूल रहमान, सीएमओ जीवन ज्योति अस्पताल डॉक्टर सुष्मिता सिंह, डीजीएम एचआर अजय प्रसाद, एपीआरओ रवि कुमार, जीवन, बजरंगी पासवान,संजय जयसवाल आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन पीआरओ सौरव कुमार ने किया।
Bhagalpur news:देश की सबसे बड़ी विद्युत कम्पनी बनने की ओर अग्रसर है एनटीपीसी - प्रीति पल्लवी
ग्राम समाचार, भागलपुर। एनटीपीसी कहलगांव के अंग भवन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान डीजीएम पीएस प्रीति पल्लवी ने कहा कि एनटीपीसी लिमिटेड इस वर्ष 68 हजार 609 मेगावाट उत्पादन के साथ देश की सबसे बड़ी विद्युत कम्पनी बनने की ओर अग्रसर है। ग्रेट प्रेस टू वर्क 2021 के रैंकिंग में एनटीपीसी को लगातार 15वें वर्ष भी सम्मानित किया गया है। इस वित्तीय वर्ष में कहलगांव परियोजना कि उपलब्धियों में ब्रिटिश सेफ्टी काउंसिल द्वारा मैरिट अवार्ड से सम्मानित किया जाना, पर्यावरण के क्षेत्र में एपेक्स इंडिया ग्रीन लिफ अवार्ड 2020 में स्वर्ण प्राप्त करना, पक्षियों पर कॉफी टेबुल बुक के लिए पब्लिक रिलेशन सोसाईटी ऑफ इंडिया 2021 का पुरस्कार, हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने के लिए गठित नाराकाश कमेटी को पूर्वी क्षेत्र में दूसरा पुरस्कार का मिलना आदि महत्वपूर्ण है। साथ ही वित्तीय वर्ष 2020-21 में कहलगांव परियोजना की ईकाईयों में पर्यावरण से संबंधित एवं अन्य पुराने संयंत्रों के स्थान पर नये संयंत्र लगाने का भी काम बड़े पैमाने पर हुआ है। कहलगांव परियोजना अपनी नैगम सामाजिक दायित्व योजना अंतर्गत ऊर्जा मंत्रालय के दिशा निर्दर्शों पर 2015-16 में स्वच्छ विद्यालय अभियान के तहत बनाये गये शौचालय की मरम्मत एवं नये शौचालयों का निर्माण तथा जल उपलब्ध कराने का कार्य कराया जायेगा। परियोजना प्रभावित गांवों में हाईमास्ट टावर लाइट कि स्थापना, सरकारी विद्यालयों को पांच सौ बेंच डेस्क की आपूर्ति ग्रामीण विद्यार्थियों को ठंड से बचाने के लिए पांच सौ बच्चों के बीच स्वेटर का वितरण, सात सरकारी स्कूलों में 14 स्मार्ट इंटरेक्टिव पैनल लगाया गया। कहलगांव परियोजना के जीवन ज्योति अस्पताल द्वारा सर्पदंश का नि:शुल्क इलाज किया जाना। इसमें वर्ष 2021-022 के दौरान 70 लोगों का सफल इलाज किया गया, डॉट सह डीएमसी सेंटर द्वारा वित्तीय वर्ष में 50 लोगो को टीवी रोगो से मुक्त किया गया। परियोजना प्रभावित गांवों में वृद्ध, दिव्यांग एवं जरूरतमंदों के बीच 25 सौ से अधिक कंबलों का वितरण, उषा स्कूल ऑफ स्वींग में 16 बालिकाओं को 6 माह का प्रशिक्षण एवं सिलाई मशीन देकर आत्मनिर्भर बनाने कि पहल, गांवों में आरसीसी एवं पीसीसी सड़कों का निर्माण, परियोजना प्रभावित गांव में स्वास्थ्य जांच एवं नि:शुल्क दवा वितरण इत्यादि शामिल है। प्रेस वार्ता के दौरान मुख्य महाप्रबंधक अरिंदम सिन्हा ने कहा कि वैसे तो मेरे पास अभी दो लाख मीट्रिक टन कोयले का भंडार है, लेकिन एनटीपीसी कहलगांव परियोजना 2340 मेगावाट की है। इसके लिए यह भंडार काफी नहीं है। कोयला हमारी प्रमुख समस्या में से एक है। हमारे पास तीन कोलफील्ड है, इसमें राजमहल कोलफिल्ड से हमें थोड़ी कम आपूर्ति मिल रही है, जो मेरी चिन्ता बढ़ा रही है। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि वैसे हमलोग उस कमी को रानीगंज और धनबाद, झारिया आदि स्थानों से कोयला मंगवाकर प्लांट चला रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कोयला सस्ता होगा तो हम बिजली भी सस्ती दरों पर लोगो को दे पायेगें। प्रेस वार्ता के दौरान जीएम ओएंडएम पीआर बंदोपाध्याय, जीएम टीएस नीरज कपूर, जीएम एचआर पीके महापात्रा, जीएम एफएम एसके साहा, जीएम मेंटेनेंश एनपी साहर, जीएम ऑपरेशन बी राजेन्द्र कुमार, जीएम एडमिशट्रेशन राजेश गुप्ता, एजीएम एयू एस सहनी, एजीएम ईएमजी पैजूल रहमान, सीएमओ जीवन ज्योति अस्पताल डॉक्टर सुष्मिता सिंह, डीजीएम एचआर अजय प्रसाद, एपीआरओ रवि कुमार, जीवन, बजरंगी पासवान,संजय जयसवाल आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन पीआरओ सौरव कुमार ने किया।
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