रेवाड़ी, 30 सितंबर। अटल भूजल योजना एवं केन्द्रीय भूजल बोर्ड फरीदाबाद की ओर से जिले के गांव चिमनावास में आज पंचायत स्तरीय जल पंचायत एवं जन संपर्क कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भूजल के सतत उपयोग पर विशेष बल दिया गया। कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने जल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे भविष्य की कुंजी-क्षेत्र में भूजल को संरक्षित करना है। उन्होंने कृषि क्षेत्रों में भूजल के अत्यधिक दोहन के प्रभावों से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि भूजल स्तर में कमी की वजह से बढ़ती हुई बोरेवेल की गहराई के कारण जिसका परिणाम पानी का खारापन बढ़ रहा है। हमें इस ओर ध्यान देना चाहिए।
राम चरण ने सूक्ष्म सिंचाई के उपयोग के साथ-साथ उन फसलों में विविधता लाने पर प्रकाश डाला, जिनमें भूजल की कमी को कम करने के लिए कम पानी की आवश्यकता होगी। समारोह में पानी की अनावश्यक बर्बादी और इसके अनुचित उपयोग पर भी चर्चा की गई। कार्यक्रम में पानी को बचाने व उचित उपयोग करने बारे शपथ भी दिलाई गई। स्थायी भूजल प्रबंधन पर आधारित स्कूलों में पहले ड्राइंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में एसडीओ, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग राम चरण, ज्ञानेंद्र राय (वैज्ञानिक), केंद्रीय भूजल बोर्ड, चंडीगढ़ पर्यावरणविद् राज कुमार, भूजल विशेषज्ञ श्री प्रमोद कुशवाहा, आईईसी विशेषज्ञ आतिश एक्का (सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग), डॉ अरुणांग्शु मुखर्जी, स्नेहा राय, अक्षय, राहुल पांडेय, रवि कुमार सहित चिमनावास मिडिल स्कूल के छात्रों व अध्यापकों ने भाग लिया।
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