ग्राम समाचार,चांदन,बांका। समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन के सभागार में प्रभारी चिकित्सक एके सिंह की अध्यक्षता में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर 20 सितंबर से चलने वाली पोलियो की तर्ज पर घर-घर सर्वे करने का प्रशिक्षण दिया गया जिसमें पीसीआई सूरज केसरी एवं केयर इंडिया के उदय कुमार के द्वारा मलेरिया उन्मूलन की गाइडलाइन को विस्तार से आशा कार्यकर्ता के बीच प्रशिक्षण दिया गया बताया गया कि फलेरिया मरीज का लक्षण में पैर हाथी पांव, हाइड्रोसील (अंडकोष में सुजन) जैसा हो जाता है जिससे लोगों को चलने फिरने में परेशानी उत्पन्न होने लगते हैं, फलेरिया क्यूलेक्स नामक मच्छर के काटने से होता है जो गंदगी जगह
पनपता है। इसलिए सोने के समय मच्छरदानी लगा कर सोना चाहिए डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 5 बार दवा खा लेने से यह बीमारी नहीं होगी। जिसे 20 सितंबर से लगातार 14 दिन तक सभी आशा कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्र में डोर टू डोर सर्वे का संदिग्ध मरीज को चिन्हित कर अस्पताल पहुंचाया है साथ ही साथ एमडीए की खुराक के संबंधित बताया की 2 वर्ष से 5 वर्ष के बच्चों को एक गोली एवं 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों को दो गोली इसी तरह 15 वर्ष से वृद्ध तक तीन गोली खिलाना है। यह भी बताया कि 2 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों को दवाई खिलाना वर्जित है। इस मौके पर स्वास्थ्य प्रबंधक डॉ यश राज चिकित्सक भोलानाथ गोराई, यूनिसेफ बीएम पंकज झा के साथ दर्जनों आशा कार्यकर्ता एवं आशा फैसिलिटेटर इत्यादि मौजूद थे।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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