हमारा परिवार संस्था के अंतर्गत ध्यान- साधना-सत्संग का कार्यक्रम "मैं बदलूंगा तो दुनिया बदलेगी" का ऑनलाइन प्रसारण किया गया। कार्यक्रम के संयोजक दिनेश कपूर ने कहा कि आयुर्वेद में प्रातः काल को अमृतवेला कहा है। अमृत वेला में उठकर नियमित प्राणायाम-योगासन करने से ना केवल हमारा दिल और किडनी स्वस्थ रहती है साथ ही हमारे मानसिक विकास, डिप्रेशन, अनिद्रा व मांसपेशियों को भी स्वस्थ रखने में सहायक होती है। आयु बढ़ने के साथ अपनी स्वाभाविक शक्ति को बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम बहुत जरूरी है, इसमें योगिंग-जोगिंग, सूर्य नमस्कार, साइकिलिंग व तैराकी से भी पूरा लाभ उठा सकते हैं।
सकारात्मकता व संकल्प शक्ति को बढ़ाने के लिए ध्यान की प्रक्रिया बहुत प्रभावशाली मानी जाती है।संस्था के सह संयोजक प्रवीण ठाकुर, प्रधान अरुण गुप्ता, महिला प्रधान शशि जुनेजा ने कहा कि आज कोरोना के समय हमारे बच्चे स्कूलों व कॉलेजों में नहीं जा पा रहे हैं ऐसे में हम परिवार के बड़ों का कर्तव्य बनता है कि उनका मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य बना रहें, उसके लिए प्रात: काल जल्दी उठकर नियमित कसरत करने की आदत डालें, ताकि भविष्य में उनकी कार्य क्षमता बनी रहे और वो अपनी चुनौतियों का स्वयं हल निकाल सके। कार्यक्रम में योगासन, सूर्य नमस्कार, लाफ्टर थेरेपी व एक्यूप्रेशर चिकित्सा का अभ्यास कराया गया। "सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी" देशभक्ति के गीत पर सभी ने नृत्य का आनंद लिया। कार्यक्रम के ऑनलाइन प्रसारण का बड़ी संख्या में लोगों ने लाभ उठाया। कार्यक्रम में किशोरी लाल नंदवानी, अशोक जुनेजा, कपिल कपूर व पुरषोत्तम नंदवानी ने सहयोग किया।
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