ग्राम समाचार, पाकुड़। नगर परिषद रेलवे कॉलोनी सिद्धार्थनगर में माताओं ने जमाई षष्ठी का व्रत रख हर्षोल्लास के साथ पूजा अर्चना की ।बांग्ला कैलेंडर के मुताबिक जेठ महीने के शुक्ल पक्ष की तिथि को जमाई हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जमाई षष्ठी का व्रत किया जाता है ।जमाई षष्ठी में खातिरदारी की जाती है बच्चों की अच्छी सेहत की प्रार्थना भी करते हैं । व्यावहारिक महत्व संबंधों को मजबूत करना है इसी के साथ मौसम को ध्यान में रखते हुए बीमारियों से बचने के लिए भी व्रत किया जाता है।16 जून बुधवार को मनाई जा रही है पर्व में परंपरा के अनुसार सुबह जल्दी नहा कर सस्ती देवी की पूजा करते हैं ।पूजा के बाद बेटी और दामाद के घर आते ही दोनों की पूजा की जाती है ।श्री देवी को जल दूर्वा पान का पत्ता सुपारी फूल और फल से पूजा की जाती है। देवी की पूजा का जल छिड़का जाता है ।आरती की जाती है ।दही का तिलक लगाएं लगाए जाते हैं। पीला धागा बांधकर हर तरह की रक्षा और लंबी उम्र की कामना की जाती है। मां बहते जल में नहाकर बच्चों को षष्ठी का जल देती है ।संतान और जमाई की लंबी उम्र की कामना से सृष्टि देवी की जाती हैं ।खजूर की डाली काटकर खाली षष्ठी तिथि के दिन सुबह सभी सामग्री हाथों में रखकर नहाकर पीले कपड़े में बच्चों को उतरती है। ताकि संतान पूरी उम्र हर तरह की शारीरिक परेशानियों से दूर रहे। बच्चों के हाथों में आम लीची और मौसमी फल दिया जाता है।
ग्राम समाचार, पाकुड़ राजकुमार भगत की रिपोर्ट।
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