रेवाड़ी, 23 मई। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से रविवार शाम को कोविड उपचार में स्टेरायड के इस्तेमाल को लेकर वेबिनार का आयोजन किया गया। आयोजित वेबिनार में उपायुक्त यशेंद्र सिंह बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहे। वहीं सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार विशिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम का संचालन आइएमए के जिला प्रधान डा. पवन गोयल ने किया।
आयोजित वेबिनार में वरिष्ठ चिकित्सक डा. पूजा अनेजा ने कोविड के उपचार में स्टेरायड के इस्तेमाल को लेकर विस्तृत जानकारी दी। डा. पूजा ने बताया कि कोविड उपचार में स्टेरायड का इस्तेमाल सीमित अवधि तक ही किया जाए तो ही बेहतर है। स्टेरायड का अधिक इस्तेमाल निश्चित तौर पर बेहद घातक साबित हो सकता है। उन्होंने उन स्टेरायड दवाओं की भी जानकारी दी जिनका कोविड उपचार में इस्तेमाल किया जा रहा है तथा साइड इफेक्ट भी बताए। वहीं डा. आशिमा सक्सेना ने स्टेरायड के अधिक इस्तेमाल से होने वाली ब्लैक फंगस नामक बीमारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस एक बेहद खतरनाक बीमारी है।
कोरोना संक्रमित हुए मधुमेह के रोगियों में इसका खतरा अधिक है। उन्होंने चित्रों व वीडियो के माध्यम से भी ब्लैक फंगस के बारे में जानकारी दी तथा कहा कि जितनी जल्दी हो सके इस बीमारी का उपचार करें तो बेहतर है अन्यथा मरीज के जीवन पर संकट आ सकता है। डा. पवन गोयल ने कहा कि कोरोना मरीजों में स्टेरायड का इस्तेमाल शुरूआत के 5 से 7 दिन में न ही करें तो बेहतर है क्योंकि यह घातक हो सकता है। उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने कहा कि आइएमए की ओर से इस तरह के वेबिनार आयोजित करके बेहतर पहल की गई है।
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