ग्राम समाचार, चांदन। बांका-चांदन वैश्विक महामारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अथक प्रयास कर कोरोना टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने की कोशिश कर रही है, तो दूसरी ओर ग्रामीण इलाकों में टीके को लेकर अभी भी कई तरह की अफवाहों से भ्रम सामने आ रही है। ऐसा ही एक मामला चांदन प्रखंड के गौरीपुर पंचायत के तुर्की महादलित टोला में चांदन स्वास्थ्य विभाग की टीम को देखने को मिला। जहां शुक्रवार 28 मई को तुर्की गांव में स्वास्थ्य विभाग टीम वैक्सीन लेकर ग्रामीणों की सुविधा अनुसार गांव पहुंचकर अंबेडकर भवन में शिविर लगाई गई।
लेकिन गांव के सारे लोग घर में छुप गए। जिस कारण तुर्की गांव में टीके को लेकर लोगों में उत्साह और जागरूकता की भारी कमी देखी गई। लोगों ने कई उदाहरण देकर वैक्सीन लेने से कतराते रहे। इस संबंध में समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन के चिकित्सक रमेश कुमार ने बताया कि वैक्सिंग दिलवाने के लिए, गांव के वार्ड सदस्य, आंगनवाड़ी सेविका सहायिका, आशा दीदी एवं क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों को वैक्सीन के संबंध में जागरूकता फैलाकर लोगों को वैक्सीन दिलवाना था। लेकिन वैक्सिंग के संबंध में किसी जनप्रतिनिधियों ने सहयोग नहीं जताई। यहां तक की टीकाकरण स्थल पर भी नहीं आए। यूनीसेफ के बी एम पंकज झा ने बताया कि कुछ लोगों को वैक्सिंग पड़ने पर बुखार आ सकती है, लेकिन वह बरकरार नहीं रहती है। एक-दो दिन में ठीक हो जाते हैं।
कोरोना वैक्सीन स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। भविष्य के लिए भी यह वैक्सीन लाभदायक होती है इसलिए हर इंसान को उम्र के मुताबिक लोगों को वैक्सीन जरूर लगवाना चाहिए। लेकिन चांदन प्रखंड के लोगों में जागरूकता का अभाव के कारण वैक्सीनेशन की रफ्तार में कमी पड़ रही है। इसके लिए हर ग्रामीण क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर टीकाकरण कार्य किया जाएगा। जहां वैक्सिंग की सुविधा है वहां लोग लेना नहीं चाहते हैं, जहां वैक्सीन नहीं मिल रहा है वहां लोग घंटों लाइन में खड़ा होकर टीकाकरण करवाना चाहते हैं। मौके पर केयर इंडिया के उदय कुमार, फार्मासिस्ट सुशील कुमार, आशा, सेविका इत्यादि मौजूद थे।
उमाकांत साह, ग्राम समाचार संवाददाता, चांदन।
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