रेवाड़ी, 18 फरवरी। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह के निर्देश पर आज जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने स्कूल की बसों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सनराईज स्कूल मस्तापुर की बस में छोटे बच्चे बैठे मिले तथा बस में बच्चों की संख्या क्षमता से अधिक थी। स्कूल बस गलत दिशा में चल रही थी जबकि विभाग ने छोटे बच्चों का स्कूल एक से पांचवीं कक्षा के खोलने का निर्णय नहीं लिया है।
सूरज स्कूल गुडियानी की बस में भी छोटे बच्चे बैठे मिले तथा बस में बच्चों की संख्या क्षमता से अधिक थी। स्कूल बस को बहुत तेज गति से चलते देख जिला शिक्षा अधिकारी ने बस को रोककर निरीक्षण किया, बस में छोटे बच्चें भी बैठे थे जबकि एक से पांचवीं कक्षा के स्कूल खोलने का निर्णय नहीं लिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि स्कूल द्वारा कोविड-19 महामारी के बचाव एवं रोकथाम में किसी प्रकार का सहयोग नहीं किया जा रहा है बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। हरियाणा शिक्षा नियमावली 2003, संसोधित नियम 2007 एवं 2009 की उल्लघंना की गई है। डीईओ राजेश कुमार ने उक्त स्कलों को नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के अंदर-अंदर अपनी स्थिति स्पष्टï करने को कहा है। निर्धारित अवधि में उत्तर संतोषजनक न मिलने पर स्कूल की मान्यता रद्द करने बारे निदेशक सैकण्डरी शिक्षा विभाग पंचकुला व सचिव केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड नई दिल्ली तथा भारतीय दण्ड संहिता की धारा-188 (45 ऑफ 1860) के तहत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
जिला शिक्षा अधिकारी ने अभिभावकों व आमजन से आग्रह किया कि स्कूल की बस तेज गति व गलत दिशा में देखी जाती है तो इसकी शिकायत स्कूल संचालक व क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण को सूचित करें। उन्होंने कहा कि सभी स्कूल की बसों पर शिकायत के लिए नंबर अंकित होते है। उन्होंने कहा कि कई बार स्कूल संचालक को भी बस चालकों की गतिविधि पर नजर नहीं होती इसके लिए आमजन सूचना अवश्य दें।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें