रेवाड़ी, 11 फरवरी। एसडीएम बावल मनोज कुमार ने राजकीय उच्च विद्यालय सुठाना व सुठानी, पीएचसी सुठाना व आयुर्वेदिक चिकित्सालय सुठाना का औचक निरीक्षण किया।
एसडीएम मनोज कुमार के निरीक्षण के दौरान पीएचसी सुठाना में ताला लगा हुआ था तथा कोई भी कर्मचारी उपस्थित नहीं मिला। आयुर्वेदिक चिकित्सालय में केवल दो महिला सफाई कर्मचारी ही उपस्थित मिले, चिकित्सालय में न तो डाक्टर और न ही फार्मासिस्ट हाजिर मिले तथा हाजरी रजिस्टर भी पता करने पर पाया गया कि हाजिरी रजिस्टर डाक्टर अपने पास ही रखते है। राजकीय उच्च विद्यालय सुठानी के निरीक्षण के दौरान समय पर स्कूल में पीजीटी अंग्रेजी स्नेहलता, विरेन्द्र सिंह विज्ञान, सरोज बाला संस्कृत, रेनू बाला एसएस, नरेशपाल क्लर्क, अल्का प्राईमरी अध्यापिका उपस्थित न होकर देरी से हाजिर हुए जबकि कमलेश प्राईमरी अध्यापिका स्कूल में उपस्थित नही थी जिसके बारे में बताया गया कि वह मीटिंग में गई हुई है परन्तु ऐसे किसी आदेश की प्रति स्कूल के पास प्राप्त नहीं थी। राजकीय उच्च विद्यालय सुठाना के निरीक्षण के दौरान तीन अध्यापक सुनीता, सरिता व पूनम यादव का हाजिरी रजिस्टर में आक्समिक अवकाश लगा हुआ था परन्तु इस संबंध में कोई भी दर्खास्त स्कूल में नहीं मिली। इसके अलावा निरीक्षण के दौरान छठीं से आठवीं तक के बच्चों की संख्या बहुत कम थी तथा बच्चे कक्षा में न बैठकर बाहर बैठे मिले।
उपमंडल अधिकारी ना. ने गैर हाजिर रहे अध्यापको व स्टॉफ सदस्यों के बारे में उच्च अधिकारियों को कार्रवाई के लिए लिखा है। मनोज कुमार ने कहा कि उपायुक्त के निर्देश पर उन्होंने पीएचसी और स्कूलों का निरीक्षण किया तथा जो भी कमियां मिली उनके बारे में उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है। एसडीएम ने कहा कि सरकार काम करने के पैसे देती है इसलिए सभी कर्मचारियों को चाहिए कि वे समय पर कार्यालय में आकर लोगों के कार्य करें। उन्होंने कहा कि उनका औचक निरीक्षण का कार्य निरंतर जारी रहेगा।
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