ग्राम समाचार, पाकुड़। ऋतुराज बसंत के आगमन का पर्व बसंत पंचमी इस वर्ष 16 फरवरी को रेवती नक्षत्र में मनाया जाएगा । शेष 5 दिन रह गए हैं। इसे लेकर जहां एक और संस्था विद्यालय अन्य स्थानों पर पूजा की तैयारी जोर शोर से चल रही है, वहीं सरस्वती मूर्ति बनाने वाले कलाकार मां सरस्वती की मूर्ति को मूर्त रूप देने में पूरी जोर-शोर से अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। मूर्ति बनाने की तैयारी लगभग पूर्ण है। लोग 15 फरवरी को ही अपने अपने कारीगर के पास से मूर्ति ले जाएंगे। यदि पाकुर की बात करें तो पाकुड़ के रथ मेला मैदान में चार स्थानों पर अलग-अलग मूर्ति बनाने के कार्य जारी हैं। वही राजा पारा ,तलवा डांगा ,पेट्रोल पंप, कलिकापुर आदि कई स्थानों में मां सरस्वती की प्रतिमा बनाई जा रही हैं । इस वर्ष बसंत पंचमी को लेकर छात्र शिक्षक काफी उत्साहित है ।16 फरवरी को प्रातः 3:36 से पूजा के शुभ मुहूर्त है। 17 फरवरी के सुबह 5:00 बज कर 40 मिनट पर संपन्न होगी ।पंचमी के मौके पर रेवती नक्षत्र में अमृत सिद्धि योग व रवि योग में मां सरस्वती की पूजा होगी । बसंत पंचमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त 6 घंटे हैं। अभिजीत मुहूर्त एक धारा 11:41 से दोपहर 12:26 मिनट तक रहेगा ।इस दिन सारे शुभ कार्य किए जा सकते हैं शादियों के लिए भी यह दिन खास रहेगा। शिक्षा से जुड़े लोग लोगों के लिए पूजन खास महत्व का है। बसंत पंचमी से प्रकृति नए स्वरूप में दिखेगी चारों ओर हरियाली ही हरियाली होगी।
ग्राम समाचार, पाकुड़। राजकुमार भगत की रिपोर्ट।
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