ग्राम समाचार, भागलपुर। जिले के सबौर स्थित बिहार कृषि विश्वविद्यालय के प्रांगण में गुरूवार को मंत्री कृषि, सहकारिता एवं गन्ना उद्योग विभाग बिहार सरकार अमरेंद्र प्रताप सिंह द्वारा नवनिर्मित स्नातकोत्तर महिला छात्रावास का उद्घाटन एवं लोकार्पण किया गया। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में नवनिर्मित यह इमारत दो मंजिला स्नातकोत्तर महिला छात्रावास जी+2, 100 छात्राओं के आवासन की सुविधा से लैश है, जो कि 3300 वर्गमीटर में बना हुआ है। जिसकी कुल लागत 6.65 करोड़ रूपये है। उक्त छात्रावास में डायनिंग हॉल, वॉश एरिया (शौचालय सहित ), सर्विस रूम, चेंजिंग रूम, इनडोर गेम, मीटिंग रूम, वार्डन रूम एवं मल्टीपर्पस हॉल की भी व्यवस्था से सुसज्जित है। इस कार्यक्रम के उपरान्त कृषि मंत्री सहित अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा पौधा रोपण कार्यक्रम किया गया। इसके उपरांत मंत्री कृषि, सहकारिता एवं गन्ना उद्योग, सांसद अजय मंडल, नाथनगर विधायक मो0 अली अशरफ सिद्दीकी, विधायक गोपालपुर, नरेन्द्र कुमार नीरज, विधायक नाथनगर लक्ष्मी कान्त मंडल के साथ-साथ कुलपति बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर डा0 आर0 के0 सोहाने के द्वारा जल-जीवन-हरियाली योजना अन्तर्गत संचालित मौसम के अनुकूल कृषि कार्यक्रम की गरमा कर्मशाला-सह-किसान गोष्ठी का विधिवत उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर डा. आर. एन. सिंह, सह निदेशक प्रसार शिक्षा ने स्वागत भाषण के साथ-साथ मौसम के अनुकूल कृषि कार्यक्रम के ऊपर विस्तृत चर्चा की जिसमें कृषि विज्ञान केन्द्र, भागलपुर एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, बांका द्वारा वर्ष 2019 रबी से अबतक किये गये सभी तकनीकी प्रदर्शनों का बिन्दुवार चर्चा करते हुए उनकी उपलब्धि के बारे में आगत अतिथियों को बताया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा सभी 20 जिलों में चलाये जा रहे मौसम अनुकूल कृषि कार्यक्रम के ऊपर वृतचित्र के माध्यम से भी जानकारी दी गई। इस अवसर पर जिले से जुड़े एक महिला किसान एवं रंजन कुमार सुमन, ग्राम-बड़हरी, प्रखंड- गोराडीह के द्वारा आगत अतिथियों को मौसम अनुकूल कृषि से हो रहे फायदे, भू-गर्भ जलस्तर में 5-7 फीट तक की वृद्धि होने की बात बतायी एवं विशेष रूप से धान की सीधी बुआई तकनीकी से 40-45 प्रतिशत तक उपज में वृद्धि प्राप्त होने की बात बतायी तथा इस परियोजना को किसान हित में बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार व्यक्त किया, साथ ही जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम को आगे बढ़ाने हेतु किसानों की ओर से अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। विधायक मो0 अली अशरफ सिद्दीकी के द्वारा मंत्री का अभिवादन करते हुए विश्वविद्यालय के लिए अलग से जमीन सरकार को मुहैया कराने की मांग की। जिससे विश्वविद्यालय स्तरीय शोध, प्रशिक्षण एवं अन्य किसान हितकारी परियोजना को अमली जामा पहनाया जा सके एवं वरीयतम कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा शोध का कार्य किया जा सके। इस अवसर पर उपस्थित विधायक नरेन्द्र कुमार नीरज ने अपने सम्बोधन में अपने क्षेत्र में उगाये जा रहे दलहनी फसलों में अधिक बढ़वार एवं गेहूँ में भांग (खरपतवार) की समस्या के ऊपर कुलपति का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अपने क्षेत्र के मिट्टी की जाँच एवं वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की मांग किया। सांसद अजय मंडल ने अपने सम्बोधन में कृषि मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कृषि विश्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के सफल क्रियान्वयन एवं प्रसार के क्षेत्र में वर्तमान कुलपति की महती भूमिका को रेखांकित किया एवं इनके जैसे कर्मठ व्यक्तित्व को विश्वविद्यालय का नेतृत्व प्रदान करने के लिए सरकार को साधुवाद दिया। इस अवसर पर कुलपति बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर डा० आर० के0 सोहाने ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में विश्वविद्यालय द्वारा चलाये जा रही विभिन्न गतिविधियों यथा शिक्षा, शोध, प्रशिक्षण एवं प्रसार के साथ-साथ वर्तमान में सब-एग्री परियोजना, बिहार कौशल मिशन एवं मौसम अनुकूल कृषि कार्यक्रम से हो रहे पर्यावरण को हो रहे फायदे, किसानों की आमदनी बढ़ाने में इस कार्यक्रम की भूमिका की चर्चा की। कुलपति कार्यक्रम के महत्ता को देखते हुए अवगत कराया कि विश्वविद्यालय के वरीय एवं वरीयतम पदाधिकारी द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को मौसम के अनुकूल कृषि कार्यक्रम अन्तर्गत चयनित गाँवों में जाकर इस दिन को किसानों के बीच उत्सव के रूप में मनायेंगे साथ ही साथ क्रमिक रूप से माह में दो दिन गाँवों मे किसानों के साथ बितायेंगे। कृषि मंत्री ने उपस्थित सभी किसान भाईयों एवं बहनों का आभार व्यक्त किया एवं विश्वविद्यालय में आकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस किया। इन्होंने विश्वविद्यालय के विभिन्न शोध कार्यक्रम, छात्राओं के लिए महिला छात्रावास की व्यवस्था एवं विश्वविद्यालय द्वारा संचालित मौसम के अनुकूल कृषि कार्यक्रम के ऊपर संतोष व्यक्त करते हुए किसानों को इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। साथ ही मिट्टी को प्रदूषण मुक्त, भू-जलस्तर में वृद्धि, समय अनुकूल फसल चक्र को सराहते हुए विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित कृषि कैलेण्डर की सराहना की। इस अवसर पर विभिन्न जिलों से आये कुल 422 किसानों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। कृषि मंत्री ने दो किसानों को नारियल तुड़ाई यंत्र प्रदान किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के निदेशकगण अधिष्ठातागण, कुलसचिव, नियंत्रक, जिला कृषि पदाधिकारी, भागलपुर के साथ-साथ विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी मौजूद थे। डा0 विनोद कुमार, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, सबौर ने विशेष रूप से आगत विभिन्न जिलों से आये किसानों का आभार व्यक्त किया एवं आगामी किसान मेले में अपने साथी किसान भाईयों-बहनों के साथ किसान मेले में पधारने हेतु आमंत्रित किया। धन्यवाद ज्ञापन डा. आर. आर.. सिंह, अधिष्ठाता (कृषि) द्वारा दिया गया एवं मंच संचालन डा0 श्वेता शाम्भवी ने किया।
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- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)
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