Bhagalpur News:सीएसएसएस और पीस सेंटर परिधि का "गांधी कथा" कार्यक्रम
ग्राम समाचार, भागलपुर। गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर गुरुवार को सी एस एस एस और पीस सेंटर परिधि द्वारा आयोजित "गांधी कथा" में साहित्यकारों, बुजुर्गों महिलाओं के साथ बहुत सारे बच्चों ने भाग लिया। भगत सिंह से गांधी कार्यक्रम के अंतर्गत आज चौथे दिन गोरखपुर के डॉ सत्यव्रत सिंह ने गांधी कथा में गांधी जी के जीवन से जुड़े रोचक कहानियों को सुनाते हुए कहा कि गांधी कोई विलक्षण प्रतिभा के धनी नहीं थे। बल्कि गांधी एक साधारण व्यक्ति थे जो ना तो पढ़ने में तेज थे और ना ही अन्य गुणों में। परंतु उनके अंदर सत्य को लेकर जो आस्था थी उसी के कारण वे हमेशा अपने को बेहतर करते चले गए। बचपन की कई घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि एक बार शिक्षकों के कहने पर भी उन्होंने नकल नहीं की। गाँधी सत्य को ही ईश्वर मानते हैं और कहते हैं कि सत्य का त्याग करना ईश्वर को छोड़ने के बराबर है। डॉक्टर सत्यव्रत सिंह ने जगन्नाथ पूरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि गांधी यह मानते थे कि ईश्वर के सामने सभी बराबर हैं। इसलिए जब पूरी में दलितों के प्रवेश पर रोक थी तो गांधी ने यह कहते हुए मंदिर जाने से इंकार कर दिया कि जिस मंदिर में दलितों का प्रवेश नहीं वहां ईश्वर ही नहीं रहते। बाद में चोरी छुपे कस्तूरबा मंदिर चली गई थी। जिसकी जानकारी मिलने पर गांधी ने उपवास रखकर प्रायश्चित किया। गांधी सतत अपने अंदर और अपने विचारों में परिवर्तन लाते रहते हैं। गांधी का चरित्र यह बताता है कि कोई भी साधारण से साधारण व्यक्ति भी अगर सत्य के साथ खड़ा हो तो परिवर्तन ला सकता है आज के गांधी कथा में देशभर के लोग जूम एप के माध्यम से शामिल हुए। वहीं भागलपुर के कई ग्रामीण इलाकों से बच्चों ने लैपटॉप और अन्य माध्यमों के सहारे शिरकत की। उन्होंने गांधी के कहानी को सुना व मनन किया। भागलपुर से उदय, एनुल होदा, पवन कुमार, शाहीन अनीस,भरत कुमार ,जय नारायण, मनीष अर्णव आदि शामिल हुए। संचालन पीस सेंटर परिधि के संयोजक राहुल ने किया।
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