GoddaNews: संतुलित भोजन स्वस्थ जीवन है- डाॅ प्रगतिक मिश्रा



 ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:-   कृषि विज्ञान केंद्र के तत्वावधान में प्रखंड के ग्राम सरोतिया में "राष्ट्रीय पोषण माह" के तहत "पोषण जागरूकता अभियान" कार्यक्रम आयोजित किया गया। पोषण अभियान की थीम "संतुलित भोजन, स्वस्थ जीवन" है। गृह वैज्ञानिक डाॅ0 प्रगतिका मिश्रा ने बताया कि सब्ज़ियों का हमारे स्वस्थ जीवन में बहुत बड़ा योगदान है। सब्जियों के नियमित सेवन से हमारा स्वास्थ्य तथा शरीर की आंतरिक प्रणाली मजबूत होती है। सब्जियों के उचित सेवन से हमारी पाचन शक्ति बढ़ती है। सब्जियों के नियमित सेवन से हम कैंसर, हृदय रोग, हीट स्ट्रोक एवं हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता मिलती है। सब्ज़ियों से हमे पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन तथा खनिज मिलते हैं। नारंगी और पीले रंग की सब्ज़ियां तथा मीठे आलू, गाजर, खुबानी ये सभी विटामिन-सी कि मात्रा से भरपूर होते हैं। जो हमारी त्वचा के विकास और सुंदरता के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं। लाल कलर की सब्ज़ियां जैसे टमाटर, लाल मिर्च, लाल प्याज और पपीता लाइकोपीन से भरपूर होते हैं जो हमारे त्वचा कि रक्षा करते हैं तथा उन्हें हानिकारक किरणों से भी बचाते हैं। बैंगन, लाल अंगूर, बैंगनी गोभी, बेर, चुकंदर इन सब में बहुत अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो स्वस्थ त्वचा के लिए तथा बेहतर त्वचा के लिए लाभदायक होते हैं।स्त्रियों के अधिकांश रोगों की जड़ कुपोषण ही है। स्त्रियों में रक्ताल्पता या घेंघा रोग अथवा बच्चों में सूखा रोग या रतौंधी और यहां तक कि अंधापन भी कुपोषण का ही दुष्परिणाम है। कुपोषण बच्चों को सबसे अधिक प्रभावित करता है। यह जन्म के बाद या उससे भी पहले शुरू हो जाता है और 6 महीने से 3 वर्ष की आयु वाले बच्चों में तीव्रता से बढ़ता है। कुपोषण से बचाव के लिए खाद्य पदार्थों जैसे फल और सब्जियां, दूध, पनीर, दही, मक्खन, चावल, आलू, हरी पत्तेदार सब्जियां(पालक, मेथी, लाल साग)और स्टार्च के साथ प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ, मांस, मछली, अंडे, वसा तेल, नट बीज आदि पर्याप्त मात्रा में आवश्यक हैं। पोषण थाली एवम् पोषण माला के विषय में बताया गया। पांच परिवार को न्यूनतम आवश्यक सब्जी एवं स्थानीय फलों की प्राप्ति हेतु पोषण वाटिका माॅडल को गांव में स्थापित करने के लिए प्रेरित किया गया। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डॉ0 रितेश दुबे ने बताया कि मूली का प्रयोग सलाद के लिए करते हैं, लेकिन इसके पत्ते भी बहुत पौष्ट‍िक होते हैं। इसकी पत्त‍ियों की सब्जी बनाकर खाई जाती है, जो ठंड में सर्दी से बचाने में मदद करती है। इसके अलावा इससे शारीरिक दर्द और अन्य तकलीफों से निजात मिलती है।स्वाद में भले ही करेला कड़वा हो लेकिन इसके फायदे बहुत है। यह न केवल आपके खून को साफ करता है, बल्कि पेट से जुड़ी परेशानियों को खत्म कर पाचन में मदद करता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर आपको बीमारियों से बचाता है। सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं एवं पोषण सखियों को अमरूद के पौधे वितरित किया गया। प्रेमा कुमारी, सरिता देवी, रीता देवी, सुमनी देवी, गुंजन कुमारी समेत 28 आंगन बाड़ी कार्यकर्त्ता, सेविका, पोषण सखी पोषण जागरूकता अभियान कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।

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Editor - भुपेन्द्र कुमार चौबे

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- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

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