ग्राम समाचार गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:- ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में "गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अन्तर्गत प्रवासी श्रमिकों के जीविकोपार्जन हेतु दक्षता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम" के तहत "मुर्गीपालन" विषय का प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी है। पशुपालन वैज्ञानिक डाॅ0 सतीश कुमार ने प्रवासी श्रमिकों से कहा कि मुर्गीपालन का व्यवसाय कम लागत में अधिक लाभ कमा सकते हैं। गोड्डा जिला में अंडे और पौष्टिक मांस का अत्यधिक मांग होने से मुर्गीपालन स्वरोजगार का अच्छा साधन बन सकता है। उन्होंने बताया कि मुर्गियों की उन्नत नस्ल कड़कनाथ, चेभैरो, वनराज को पालकर अंडे और पौष्टिक मांस का व्यापार कर सकते हैं। अंडे को आहार के रूप में झारखंड सरकार ने भी सरकारी स्कूल में बच्चों के लिए मिड डे मील में शामिल करने के लिए निर्णय लिया है। प्रगतिशील मुर्गीपालक किसान मनोज महतो ने मुर्गीपालन के लिए अपने फार्म के विषय में विस्तृत जानकारी दी। अंडे एवं मांस की दुकान खोलकर अपनी आय वृद्धि होने का अनुभव साझा किया। वेस्ट डीकम्पोजर के प्रयोग विधि की विस्तृत जानकारी दी। मौके पर डाॅ. सूर्यभूषण, डाॅ. हेमन्त कुमार चौरसिया, डाॅ. अमितेश कुमार सिंह, डाॅ. प्रगतिका मिश्रा, डाॅ. रितेश दुबे, रजनीश प्रसाद राजेश, वसीम अकरम आदि वैज्ञानिक गण मौजूद रहे। शंकर साह, मुकेश मांझी, लक्ष्मण रजक, मिनहाज आलम समेत 35 प्रवासी श्रमिकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
GoddaNews: दक्षता विकास हेतु चल रहा है मुर्गी पालन का प्रशिक्षण
ग्राम समाचार गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:- ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में "गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अन्तर्गत प्रवासी श्रमिकों के जीविकोपार्जन हेतु दक्षता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम" के तहत "मुर्गीपालन" विषय का प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी है। पशुपालन वैज्ञानिक डाॅ0 सतीश कुमार ने प्रवासी श्रमिकों से कहा कि मुर्गीपालन का व्यवसाय कम लागत में अधिक लाभ कमा सकते हैं। गोड्डा जिला में अंडे और पौष्टिक मांस का अत्यधिक मांग होने से मुर्गीपालन स्वरोजगार का अच्छा साधन बन सकता है। उन्होंने बताया कि मुर्गियों की उन्नत नस्ल कड़कनाथ, चेभैरो, वनराज को पालकर अंडे और पौष्टिक मांस का व्यापार कर सकते हैं। अंडे को आहार के रूप में झारखंड सरकार ने भी सरकारी स्कूल में बच्चों के लिए मिड डे मील में शामिल करने के लिए निर्णय लिया है। प्रगतिशील मुर्गीपालक किसान मनोज महतो ने मुर्गीपालन के लिए अपने फार्म के विषय में विस्तृत जानकारी दी। अंडे एवं मांस की दुकान खोलकर अपनी आय वृद्धि होने का अनुभव साझा किया। वेस्ट डीकम्पोजर के प्रयोग विधि की विस्तृत जानकारी दी। मौके पर डाॅ. सूर्यभूषण, डाॅ. हेमन्त कुमार चौरसिया, डाॅ. अमितेश कुमार सिंह, डाॅ. प्रगतिका मिश्रा, डाॅ. रितेश दुबे, रजनीश प्रसाद राजेश, वसीम अकरम आदि वैज्ञानिक गण मौजूद रहे। शंकर साह, मुकेश मांझी, लक्ष्मण रजक, मिनहाज आलम समेत 35 प्रवासी श्रमिकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
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