ग्राम समाचार, महागामा (गोड्डा)। शनिवार की रात्रि कोरोना संक्रमन से पंचायत सचिव देबेन्द्र पंडित की हुई मौत के बाद महागामा क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक पंचायत सचिव बीमार होने के दौरान गांव के ही एक झोला छाप डॉक्टर से इलाज करवा रहा था। इत्तफाक से उस डाक्टर का नाम भी देवेन्द्र पंडित है।
अब पंचायत सेवक के मौत के बाद गांव में दहशत का माहौल है। लोग डरे सहमे है कि जब पंचायत सचिव की मौत कोरोना महामारी से हो गई है और उनका इलाज गांव के ही डॉ0 देवेन्द्र पंडित कर रहा था तो हो सकता है कि वे भी संक्रमित हो गए होंगे। प्रशासन को चाहिए कि उस डॉक्टर का भी कोबिड 9 का सेम्पल जांच हो ताकि लोगों के मन में जो डर बना है वह समाप्त हो जाए।
इधर पंचायत सचिव के मौत के बाद सोमवार को प्रखंड कार्यालय परिसर में सर्वप्रथम दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रखंड व अंचल कार्यालय के कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा दो मिनट का मौन रख कर श्रधांजलि दी गई। ततपश्यात प्रखंड परिसर को सेनेटाइज किया गया।
जिसमें महागामा प्रखंड में कार्यरत पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का सवाब कलेक्शन लिया गया। साथ ही बागजोरी ग्राम के व्यक्तियों का भी कलेक्शन लिया।
मिली जानकारी के अनुसार समाचार लिखे जाने तक 129 व्यक्तियों का सैंपल लिया गया।
कैंप में एल टी अब्दुल मन्नन हाशमी, कार्यक्रम प्रबंधक देवेंद्र पंडित, लिपिक तरुण कुमार दे, पीयूष प्रभाकर, राघवेंद्र सिंह, बृज नयन कुंवर, शाहिन परव्स, निरंजन कुमार और विभिन्न कर्मी ने भाग लिया है।
- ग्राम समाचार महागामा (गोड्डा)।
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