- सांप काटने से जहर से मिलती है मुक्ति
- हजार साल पुरानी पूजा राजाओं ने कराया था प्रारंभ
- जलधार के बाद अच्छी वर्षा होती है खेती की
ग्राम समाचार,दुमका । मसलिया प्रखंड के गुमरो स्थित श्री श्री 108 बाबा दुबे की पूजा सोमवार को पुजारियों ने सोसल डिस्टेंस का पालन करते हुए पूजा नेम निष्ठा के साथ सम्पन्न किया। यह पूजा प्रत्येक वर्ष आषाढ़ मास के आद्रा नक्षत्र के अंतिम सोमवार को मनाया जाता है।
मसलिया के राजस्व ग्राम गुमरो में बाबा दुबे थान पर पुजारी व भक्त |
कोरोना काल को देखते हुए पुजारियों ने शारीरिक दूरी का पालन करते यह पूजा अर्चना किया। पारंपरिक ढोल नगाड़े के साथ बाबा विषहरी का मुख्य प्रसाद मिट्टी के नई हांडी से बनी खीर चढ़ाया गया। यह पूजा गुमरो स्टेट के पूर्व में राजाओं ने प्रारंभ की थी जो आज भी चली आ रही है। पूर्व में बाबा थान मिट्टी से निर्मित था वर्तमान समय में सीमेंट से गढ़वाया गया है। सिताकोहबर के मुख्य पुजारी सुभाष चन्द्र झा व प्रभाष चंद्र झा की अगुवाई में यह पूजा विधि विधान मंत्रोच्चार के साथ संपन्न की गई।
मौके पर अर्जुन सिंह,हरिहर प्रसाद, नंदकिशोर सिंह, लालबहादुर सिंह, यमुना प्रसाद सिंह,राजू झा,अजित झा,सुबोध झा,निमाई झा, भागवत झा,पंचम राय, मनीष झा, मुकेश,विकास पिंकू, महादेव, पप्पू, सूरज, विशु,ओंकार,भीखू आदि मौजूद रहे।
केसरीनाथ, ग्राम समाचार, मसलिया(दुमका)
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