| टिड्डी दल से बचाव के उपायों को लेकर अधिकारियों की बैठक लेते हुए उपायुक्त यशेन्द्र सिंह। |
ग्राम समाचार न्यूज़ : उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बुधवार को लघु सचिवालय में टिड्डी दल नियन्त्रण के लिए आयाजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि कृषि, राजस्व, पंचायती राज विभाग सहित अन्य विभाग टिड्डी से होने वाले नुकसान से बचाव के लिए सजग व सतर्क रहें। कृषि विभाग की विशेष रूप से जिम्मेदारी बनती है कि इस बारे में किसानों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करे। विभाग द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम के नबंरों व बचाव के अन्य उपायों के बारे में ग्राम स्तर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। बैठक में टिड्डी दल के रेवाड़ी जिले में संभावित खतरे पर विस्तार से चर्चा की गई। उपमण्ड़ल कृषि अधिकारी डॉ दीपक कुमार ने बताया की राजस्थान सरकार से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार टिड्डी के अनेक दल सक्रिय हैं। जिनमें से कुछ की वर्तमान स्थिति राजस्थान प्रदेश के जिला कारौली, नागौर, जयपुर, हनुमानगढ़ एवं श्री गगंानगर है। उन्होंने बताया की टिड्डी एक बहुभक्षी एंव अन्तराष्ट्रीय कीट है जो प्राय: सभी प्रकार की वनस्पति को खाकर नुकसान पंहुचाती है इसलिए यह प्राकृतिक आपदा की श्रेणी में आता है। समय पर दवाई का छिडक़ाव फसली नुकसान को रोकने में कारगर : बैठक में कृषि अधिकारियों द्वारा टिड्डी दल जीवन चक्र के बारें में जानकारी देते हुए बताया कि यह रेगिस्तानी टिड्डी को मुख्यत: तीन भागों में बांटा जाता है अंडा, होपर या फुदका तथा प्रोढ़ टिड्डी। यह विनाशकारी टिड्डी दल है, अगर इसे रोका न जाये तो बहुत नुकसान पहुंचाता है। उपायुक्त ने इसकी रोकथाम के लिए क्लोरपैरिफोस (20ई0सी0)दवा का प्रबंध करने के निर्देश कृषि विभाग को दिए। कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि जागरूक किसान टिड्डी दल के आगमन पर अपने खेत को नुकसान से बचाने के लिए क्लोरपैरिफोस दवाई का छिडक़ाव करना चाहते हैं। ऐसे इच्छुक किसानों को यह दवाई विभाग द्वारा 50 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराई जाएगी। समय पर दवाई का छिडक़ाव होने से फसली नुकसान होने से किसान बच सकता है। रांउड दा क्लॉक कंट्रोल रूम स्थापित : उपायुक्त ने कहा कि उप निदेशक कृषि कार्यालय में 24 सौ घंटे जिला स्तरीय कंटा्रेल रूम स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष नम्बर 01274-222322 तथा मोबाईल नम्बर 9467259229 (रविन्द्र कुमार, कृषि विकास अधिकारी, पौधा संरक्षण)है आमजन टिड्डी दल के आगमन की सूचना तुरंत इन नम्बरों दें ताकि तुरन्त टिड्ïडी दल की रोकथाम के लिए बचाव के तरीके बिना किसी देरी के अमल में लाएं जा सके। डीसी ने जिले के सभी ट्रैक्टर चालित स्प्रे पम्प रखने वाले किसानों की सूची उपलब्ध रखने, अग्निश्मन यन्त्र को तैयार रखने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कृषि विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि सीमावर्ती गांवों में टिड्डी दल से बचाव के तरीके जैसे ढोल-नगांड़े, डीजे बजाकर टिड्डी दल को भगाने हेतू जागरूक करें। उन्होंने कहा कि टिड्डी दल के आगमन की सूचना अहम है, इसलिए कृषि विभाग के अधिकारी राजस्थान व राज्य के सीमावर्ती जिलों के कृषि उप निदेशकों से लगातार सम्र्पक में रहें और टिड्डी दलों की वास्तविक स्थिति की निरंतर जानकारी से अपडेट रहें और संबंधित एसडीएम को भी जानकारी देते रहें। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त राहुल हुड्डा, एसडीएम रेवाड़ी रविन्द्र यादव, एसडीएम कोसली कुशल कटारिया व एसडीएम बावल रविन्द्र कुमार, सीटीएम संजीव कुमार, सीईओ जिप उदय सिंह देशवाल, जिला राजस्व अधिकारी विजय यादव व उपमण्ड़ल कृषि अधिकारी दीपक मौजूद रहे।
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