ग्राम समाचार, भागलपुर। राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य भाजयुमो सह पूर्व प्रत्याशी भागलपुर विधानसभा अर्जित शाश्वत चौबे ने पिछले 1 महीने से लगातार बायोलॉजिकल टेस्टिंग लैब खोले जाने के लिए बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे से लगातार आग्रह किया था। कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण भागलपुर मेडिकल कालेज में कोरोना के लिए टेस्टिंग लैब स्थापित नही हो सका था। मंत्री अश्विनी चौबे ने विशेष पहल करते हुए कई बार स्वास्थ्य मंत्री बिहार एवं भागलपुर मेडिकल कालेज प्राचार्य, सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति आदि से बात कर संबंधित उपकरण पर टेस्टिंग लैब प्रारम्भ करने को कहा था। जगह एवं तकनीकी कारणों से विलंब हो रहा था। अब बिहार के स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने ट्विटर पर ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि चिर प्रतीक्षित लैब की मांग को पूरा कर दिया गया है और 3 मई से लैब कार्यरत होगा। अर्जित ने बताया कि आरटीपीसीआर उपकरण के नही रहने और लैब असिस्टेन्ट का संबंधित ट्रेनिंग नहीं होने के कारण टेस्टिंग लैब स्थापित नही हो पा रहा था। पूर्व में भी उन्होंने मेडिकल कालेज के प्राचार्य से बात कर मायागंज अस्पताल की जगह नौलखा के किसी स्थान पर लैब स्थापित करने का आग्रह किया था। इसपर कार्रवाई करते हुए 250 सकवायर मीटर के पुराने पुस्तकालय को खाली कराकर लैब बना दिया गया है। बिहार सरकार ने भागलपुर मेडिकल कालेज में लैब स्थापित करने का आदेश निर्गत कर दिया है। आज उन्होंने मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ हेमंत सिन्हा से जानकारी लिया कि बिना आरटीपीसीआर उपकरण के टेस्टिंग कैसे होगा। उन्होंने बताया कि अभी टीबी टेस्टिंग उपकरण से कोरोना जांच होगा चूंकि आरटीपीसीआर मशीन का टेंडर निकाला गया था जिसे तकनीकी कारणों से रद्द करना पड़ा है। 1-2 दिन में पुनः इसकी निविदा निकाल दी जाएगी ताकि सभी प्रकार के बियोलॉजिकल टेस्टिंग आगे भी होते रहें। इस उपकरण के द्वारा कई प्रकार के टेस्ट किये जा सकते हैं। मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने बताया कि अभी टेस्टिंग का काम टीबी उपकर्जन से होगा। अर्जित ने स्वास्थ्य विभाग से बात कर कहा कि संबंधित टेस्ट करने वाले लैब असिस्टेन्ट एक सप्ताह से पटना के आईजीआईएमएस में ट्रेनिंग ले रहे हैं ताकि जांच करने में कोई कठिनाई नही हो। अर्जित ने आरएमआरआयी और आईसीएमआर के निदेशक डॉ पी के दास से भी बात कर कहा कि संबंधित जोरोन जांच के लिए व्यवस्था जल्द करवाया जाए। डॉ दास ने कहा है कि ट्रेनिंग उपरान्त कल 3 मई से जांच का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। टेंडर होते ही उपकरण खरीदकर आगे भी जांच में विस्तार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी मौजूदा टेस्टिंग उपकरण पर कोरोना पॉजिटिव केस आने पर उसे आरटीपीसीआर उपकरण पर जांच करना अनिवार्य होता है ताकि कंफरमेशन किया जा सके। अर्जित ने भागलपुर मेडिकल कालेज में कल से विशेष बियोलॉजिकल टेस्टिंग लैब स्थापित कर संचालन करने के लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, आईसीएमआर निदेशक डॉ पी के दास एवं मेडिकल कालेज प्राचार्य डॉ हेमंत सिन्हा का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि अब भागलपुर सहित लगभग झारखंड, बंगाल आदि के 16 ज़िलों का कोरोना टेस्टिंग भागलपुर में ही हो जाएगा और पटना भेजकर फाइनल जांच करवाने कब कारण जो विलंब होता था उससे बचा जा सकेगा।
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Bhagalpur News:3 मई से भागलपुर मेडिकल कालेज में कार्यरत होगा कोरोना टेस्टिंग लैब, अब कोरोना जांच के लिए बाहर नहीं भेजना होगा सैंपल - अर्जित
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