ग्राम समाचार, पाकुड़: भारतीय वायुसेना का झारखंड के पाकुड़ जिले में एकमात्र एयरबेस है सिंगारसी। वायुसेना स्टेशन सिंगारसी के स्टेशन कमांडर ग्रुप कैप्टन एनएस रॉय के नेतृत्व में सिंगारसी गांव के स्कूल प्रांगण में वायु सेना के द्वारा पहाड़िया ग्रामीणों को एक वक्त की भोजन कराया। साथ में मेडिकल शिविर और वस्त्र का भी वितरण किए।
वायु सेना के स्टेशन कमांडर ग्रुप कैप्टन एनएस रॉय ने बताया कि वायु सेना के द्वारा सिंगारसी, बालामी, बड़ा पलमा, छोटा पलमा, पोरकानी, सीतापाड़ा, मडगामा सहित कई गांव के पहाड़िया गांव के 700 ग्रामीणों खिचड़ी भोजन कराया साथी चिकित्सा शिविर में 200 महिला पुरुष की जांच की गई और मुफ्त में दवा भी दी गई।
वायु सेना के स्टेशन कमांडर ग्रुप कैप्टन एनएस रॉय ने बताया कि वायु सेना के द्वारा सिंगारसी, बालामी, बड़ा पलमा, छोटा पलमा, पोरकानी, सीतापाड़ा, मडगामा सहित कई गांव के पहाड़िया गांव के 700 ग्रामीणों खिचड़ी भोजन कराया साथी चिकित्सा शिविर में 200 महिला पुरुष की जांच की गई और मुफ्त में दवा भी दी गई।
इस कार्यक्रम में मौजूद ग्रुप कैप्टन स्टेशन कमांडर एनएस रॉय के द्वारा बुजुर्ग महिला पुरुष एवं बच्चों के बीच साड़ी धोती एवं बच्चों के लिए कुर्ता वितरण किया गया। स्टेशन कमांडर ने कहा कि उन्हें नि: शुल्क स्वास्थ्य जांच प्रदान की गई और विशिष्ट बीमारियों के लिए दवाएं दी गईं। इसके अलावा, चिकित्सा अधिकारियों ने मलेरिया के लिए रक्त के नमूने परीक्षण किए और मलेरिया-विरोधी उपायों के भाग के रूप में छिड़काव भी किया जाएगा।
वायु सेना का आधार झारखंड के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक में स्थित है और इलाके में वनस्पति और मौसम का मेल मलेरिया के प्रकोप के लिए आदर्श स्थिति प्रदान करता है। लगभग डेढ़ दर्जन गांवों के ग्रामीणों को सामाजिक कल्याण उपाय के रूप में वायु सेना के आधार द्वारा नि: शुल्क उपचार और दवाएं दिया गया। इस आयोजन में पूरे दिल से भाग लिया और ग्रामीणों को कपड़े और भोजन दान किया।
वायु सेना का आधार झारखंड के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक में स्थित है और इलाके में वनस्पति और मौसम का मेल मलेरिया के प्रकोप के लिए आदर्श स्थिति प्रदान करता है। लगभग डेढ़ दर्जन गांवों के ग्रामीणों को सामाजिक कल्याण उपाय के रूप में वायु सेना के आधार द्वारा नि: शुल्क उपचार और दवाएं दिया गया। इस आयोजन में पूरे दिल से भाग लिया और ग्रामीणों को कपड़े और भोजन दान किया।
विनोद कुमार, ग्राम समाचार, पाकुड़
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