रेवाड़ी की थाना साइबर क्राइम पुलिस ने गांव जाहिदपुर निवासी एक संस्कृत अध्यापक को डिजिटल अरेस्ट कर 4.18 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के तीन और सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान राजस्थान के जिला नागौर के गांव मुंद गसोई निवासी विकास खिचड, जिला नागौर के गांव लुनवा निवासी कमल कुमावत व जिला जयपुर के गांव हाथोज निवासी सूरज सिंह के रूप में हुई हैं। पुलिस इस मामले में गिरोह के सात सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी हैं।
डीएसपी हेडक्वार्टर डॉ रविन्द्र सिंह ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में बताया कि गांव जाहिदपुर निवासी सुधीर सिंह ने अपनी शिकायत में बताया था कि वह संस्कृत अध्यापक है। गत 7 जनवरी को उनके मोबाइल पर किसी मोहित हांडा नाम के एक व्यक्ति का फोन आया और उसने बताया कि किसी कृष्ण गुप्ता नाम के व्यक्ति ने मुंबई में उसकी आईडी पर उनके नाम से बैंक खाता खोल कर मनी लांड्रिंग की है और करीब 68 लाख 50 हजार रुपए जमा कराए हैं। वह अभी सीबीआई की गिरफ्त में है। आरोपी ने बताया कि मुंबई पुलिस ने उसे भी डिजिटल अरेस्ट किया है। आरोपी ने उसे व्हाट्सएप पर डिजिटल अरेस्ट का ऑर्डर भी भेजा। इसके बाद आरोपी ने उसे एक यूपीआई आईडी भी भेजी और 16 हजार रुपए जमा करने के लिए कहा। जो डर के कारण उसने पैसे जमा करा दिए। आरोपी ने डरा धमका कर उससे विभिन्न ट्रांजेक्शन के जरिए 4 लाख 18 हजार 999/-रुपये जमा करा लिए। इसके बाद उसके एक साथी के घर आने के बाद, उसे हकीकत का पता चला। जिस पर पुलिस ने साइबर थाना रेवाड़ी में ठगी का मामला दर्ज करके मामले में संलिप्त सात आरोपी राजस्थान के जिला झुंझुनू के गांव ढाणी नवोडी (हरिपुरा) निवासी आशीष मिठारवाल, जिला जोधपुर की शक्ति कालोनी निवासी सौरव पंवार, जिला जोधपुर के गांव कापेडा निवासी बुधराज उर्फ बुधाराम, यूपी के जिला अमरोहा के गांव कैसला निवासी बब्बू अली, राजस्थान के जिला सीकर के गांव भावसिंह की ढाणी खादरा निवासी दीपक, यूपी के जिला मुरादाबाद के नयागांव अम्बेडकर नगर निवासी शीलचंद्र व मोहम्मद शकूर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। जो इस मामले में पुलिस ने वीरवार को मामले में संलिप्त गिरोह के तीन और सदस्य राजस्थान के जिला नागौर के गांव मुंद गसोई निवासी विकास खिचड, जिला नागौर के गांव लुनवा निवासी कमल कुमावत व जिला जयपुर के गांव हाथोज निवासी सूरज सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है।

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