रेवाड़ी की प्रसिद्ध सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था भरतमुनि कला केंद्र की तरफ से नए कलाकारों को मंच देने के साथ ही नाटकों के माध्यम से सामाजिक चेतना का संदेश फैलाया जा रहा है। संस्था ने स्थापना काल से ही विभिन्न जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया। सड़क सुरक्षा, नशा मुक्ति, पोषण अभियान, पौधारोपण और रक्तदान जैसे विषयों पर किए गए नुक्कड़ नाटकों ने आमजन को सीधे प्रभावित किया है। नाट्य उत्सव समाज में व्याप्त कुरीतियों, अंधविश्वासों और असमानताओं के खिलाफ सशक्त मंच बने। नाटकों की सहज और सरल शैली ने उन लोगों तक भी संदेश पहुंचाया जो बड़े आयोजनों में भाग नहीं ले पाते। भरतमुनि कला केंद्र ने नाटकों के साथ ही समाजसेवा में भी सक्रिय भूमिका निभाई। रक्तदान शिविर से लेकर ग्रीष्म ऋतु में पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था की। पौधारोपण अभियानों से भी संस्था ने हरियाली और स्वच्छ पर्यावरण की दिशा में सराहनीय योगदान किया। नए कलाकारों को भी मंच प्रदान कराते हैं।
*समाज के बारे में.....*
संस्था की स्थापना फरवरी 2023 में हुई थी। तब से अब तक ढाई साल में संस्था ने करीब 20 मंचीय नाटकों का सफल आयोजन किया।
*संस्था का फोकस...*
आने वाले समय में और अधिक नुक्कड़ नाटक, नाट्य उत्सवों और जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। संस्था में मुख्य रूप से डॉ. अंकुर खेर, हिमानी, ललित वर्मा, कशिश बत्रा, पंकज मेहंदीरत्ता, आर्यन, धीरज शर्मा, तान्या कुमारी, धवल कुमार, पायल व अर्जुन सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
*नाट्य उत्सव कुरीतियों पर प्रहार*
इन उत्सवों में प्रस्तुत नाटकों ने दर्शकों को आत्ममंथन के लिए प्रेरित किया। प्रधान मदन डागर ने बताया कि संस्था ने हमेशा समाज को जागरूक करने वाले विषयों पर नाटकों का मार्गदर्शन किया। उप प्रधान हिमानी ने महिलाओं और युवाओं को नाट्यकला से जोड़ते हुए उन्हें समाजसेवा की मुख्यधारा में शामिल किया। कोषाध्यक्ष डॉ. अंकुर खेर ने संस्था के आर्थिक प्रबंधन को सुदृढ़ किया।

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