डीएससी संघर्ष समिति रेवाड़ी ने प्रधान विजय सिंह इंदौरा की अध्यक्षता में जिला राजस्व अधिकारी DRO प्रदीप देशवाल के माध्यम से मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को ज्ञापन सौंपा। डीएससी प्रधान विजय सिंह इंदौरा ने बताया कि सरकार ने अनुसूचित जातियों के आरक्षण में वर्गीकरण करके डीएससी वर्ग को नौकरियों में अलग से 10%आरक्षण की व्यवस्था की है। लेकिन ओएससी वर्ग के लोग जो चमार,जटिया तथा जाटव जाति से संबंध रखते हैं डीएमसी वर्ग का फायदा उठाने के लिए मेघ, मेघवाल तथा कबीर पंथी जाति का प्रयोग कर रहे हैं। इस प्रकार ये लोग डीएससी वर्ग का आरक्षण हड़पना चाहते हैं। ये अपना जाति प्रमाण पत्र मेघ, मेघवाल और कबीरपंथी जाति के नाम से बनवा रहे हैं जो गैरकानूनी है। इससे डीएससी वर्ग के लोगों में काफी रोष है तथा डीएससी वर्ग ने सरकार से मांग की है कि मेघ, मेघवाल तथा कबीरपंथी जाति को डीएससी वर्ग से बाहर किया जाए और ओएससी वर्ग में शामिल किया जाए तथा जिन्होंने अपनी जाति छुपा कर मेघ, मेघवाल तथा कबीरपंथी जाति के प्रमाण पत्र बनवाए हैं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
इस अवसर पर भूप सिंह खरेरा, सुभाष सोलंकी, धर्मपाल सोलंकी, विनोद कुमार वाल्मीकि, देशराज डाबला, ताराचंद कोली, नरेश कुमार, कुलदीप सरोहा, गजराज निनानिया, धर्मपाल सुठानी, देशराज खनगवाल, सुरेंद्र सोलंकी, रवि इंदौरा, अशोक कुमार मसीत, रामअवतार पचेरवाल, धनपत सिंह, कमलेश डाबला, जगत निनानिया, सुधीर कुमार एडवोकेट, संजय माहौर एडवोकेट, धर्मपाल सोलंकी, रमेश कुमार निनानिया, ब्रह्मदत्त आदि लोग उपस्थित थे।
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