महागामा (गोड्डा)। राजमहल कोल परियोजना के एरिया कार्यालय स्थित कांग्रेस हॉल में बुधवार को परियोजना प्रबंधन और जनता मजदूर संघ के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक चरणजीत सिंह ने की।
बैठक में संघ के सचिव जयराम यादव ने अपनी बात रखते हुए कहा कि राजमहल परियोजना ECL की एक महत्वपूर्ण परियोजना है, और ECL कोयला उत्पादन के लिए इस पर अत्यधिक निर्भर रहता है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के मजदूर कठोर मेहनत करके हर साल कोयला उत्पादन में नए रिकॉर्ड स्थापित करते हैं। मजदूरों की मेहनत से ही यह परियोजना करोड़ों का मुनाफा अर्जित करती है। इसलिए, मजदूरों को सभी तरह की मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए।
संघ ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि ऊर्जानगर आवासीय कॉलोनी के कई क्वार्टर जर्जर स्थिति में हैं और आवेदन देने के बाद भी उनकी मरम्मत नहीं हुई है। उन्होंने विद्युत विभाग से ऊर्जानगर शिव मंदिर परिसर में किए गए कार्य की राशि की जानकारी मांगी।
बैठक में परियोजना के अधीन कार्यरत प्राइवेट कंपनी मोटेक कार्गो और अन्य कंपनियों द्वारा मजदूरों का पीएफ राशि काटे जाने का मुद्दा भी उठाया गया। संघ ने मांग की कि मजदूरों के पीएफ पासबुक को अपडेट किया जाए और ऊर्जानगर में जो पीएफ किस्से हैं, उनका संचालन हो और इसकी जानकारी भी उपलब्ध कराई जाए। साथ ही, प्राइवेट मजदूरों को कोल इंडिया के नियमों के अनुसार एसीपीसीडी दर से मजदूरी का भुगतान करने की भी मांग की गई।
परियोजना क्षेत्र में चल रहे चार पहिया वाहनों में पारदर्शिता लाने की मांग भी उठाई गई। सचिव जयराम यादव ने प्रबंधन से 24 सूत्री मांग पत्र पर सकारात्मक पहल करने का आग्रह किया। कार्मिक प्रबंधक ने यूनियन के सभी मांगों पर गंभीरता से विचार करने और सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर कार्मिक प्रबंधक प्रणव कुमार, संतोष राय, विनोद जायसवाल, प्रदीप पंडित, पंकज मरांडी, रविकांत सिंह, मुकेश झा, पवन कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।
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