देवघर, झारखंड: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की तैयारियां अब ज़मीन पर दिखनी शुरू हो गई हैं। देवघर शहर में उत्सव का माहौल बनने लगा है, क्योंकि जिला प्रशासन कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तत्परता से कार्य में जुटा हुआ है। कांवड़ियों और श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
भव्य पंडालों का निर्माण और सुविधाएं:
शहर के प्रमुख मार्गों पर टेंट और पंडाल लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। बी.एन. झा रोड, शिवराम झा चौक, तिवारी चौक, बी.एड कॉलेज से लेकर नंदन पहाड़ तक के रूट लाइन में भव्य पंडालों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इन पंडालों में कांवड़ियों के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। गर्मी को देखते हुए पंखे, पीने के पानी, प्रकाश की व्यवस्था और बैठने के लिए कारपेट भी लगाए जाएंगे, ताकि लंबी यात्रा के बाद श्रद्धालु थोड़ा आराम कर सकें।
प्रशासन की तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था:
जिला प्रशासन द्वारा साफ-सफाई, बिजली व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए स्वच्छता बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है, जिस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बिजली आपूर्ति की निर्बाध व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी कार्य चल रहा है, ताकि रात में भी कांवड़ियों को कोई परेशानी न हो।
सुरक्षा के मद्देनजर विभिन्न स्थानों पर ओ.पी. (अस्थायी पुलिस चौकी) और स्वास्थ्य उपकेंद्रों की बहाली की जाएगी। इससे किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता उपलब्ध हो सकेगी। भारी भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की जाएगी।
लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद:
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया है कि श्रावणी मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु देवघर पहुंचते हैं। उनकी सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करना इस महापर्व को सफल बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। संबंधित अधिकारियों को सभी तैयारियों को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि मेले के शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से चालू हो सकें।
श्रावणी मेला देवघर की पहचान है, और प्रशासन इसे सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
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