राव मंगलराम बोहरा द्वारा समाज के हित में किए गए कार्यो के लिए उन्हें सदा याद रखा जाएगा। आज भी उन्हें देहात में लोक संस्कृति का सजग प्रहरी माना जाता है। सादा जीवन उच्च विचार की प्रतिमूर्ति के रूप में सुविख्यात रहे बोहरा ने ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा एवं समाज सेवा के रूप में अपनी खास पहचान बनाई थी। मंगलराम बोहरा का जन्म 1914 में रेवाड़ी जिले के गाव हालूहेड़ा निवासी आनंद सिंह बोहरा एवं पार्वती देवी के घर हुआ था। उनकी क्षेत्र के सामाजिक कार्यो को आगे बढ़ाने के कारण विशेष पहचान थी। पहले हालूहेड़ा, बेरलीखुर्द, मूसेपुर की संयुक्त पंचायत के सरपंच तथा बाद में रेवाड़ी ब्लाक समिति के चेयरमैन के तौर पर उन्होंने राजनीति में भागीदारी भी की।
राव मंगलराम के नक़्शे कदम पर चलते हुए उनके छोटे पुत्र जगदीश यादव हरियाणा में मंत्री रहते हुए अनेक रोज़गार और विकास के काम करवाये तथा आज भी लगातार अहीरवाल के लोगो के बीच में रहकर हरसमय उनके सुख दुख में शामिल रहते है। सरल स्वभाव के धनी राव मंगलराम बोहरा ने सदैव ही लोगो की भलाई के कार्य किए तथा पीने के पानी के लिए अनेकों कुँवे खुदवाए और ग़रीब बच्चों की शादियों में सदैव मदद की! आज भी गाँवो लोग बोहरा जी की मिशाल देते है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें